नई दिल्ली : चार धाम की पवित्र यात्रा के लिए देशभर से श्रृद्धालु उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, हालांकि यहां से प्राप्त हो रही खबरें चिंता बढ़ाने वाली हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान अब तक 14 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। वहीं, बदरीनाथ धाम में भी तीन यात्रियों की मौत रिपोर्ट की गई थी। ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 17 श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है।
राज्य अधिकारियों के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष यमुनोत्री, गंगोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ धाम जाने के इच्छुक पर्यटकों की संख्या लगभग दोगुनी हुई है, हालांकि तीर्थ के दौरान श्रृद्धालुओं की मौत के मामले काफी चिंता बढ़ाने वाले माने जा रहे हैं।
राज्य स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ज्यादातर मौतें बुजुर्ग लोगों की हुई हैं जो पहले हृदय और सांस लेने की समस्याओं पीड़ित थे। राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, 14 मई तक 1.55 लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ, 70,000 से अधिक यमुनोत्री और 60,000 से अधिक तीर्थयात्री गंगोत्री की यात्रा कर चुके हैं।
अधिकारियों की अपील
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि कई तीर्थयात्रियों ने अपनी चिकित्सा स्थितियों का खुलासा नहीं किया, जिससे ऊंचाई पर जाने के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं। तीर्थयात्रियों से किसी भी प्रकार की बीमारी का पारदर्शी रूप से खुलासा करने का अनुरोध करते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने आश्वस्त किया है कि यात्रा के दौरान व्यापक स्वास्थ्य जांच उपाय किए गए हैं। सभी भक्तों की स्क्रीनिंग प्रक्रिया की जा रही है, श्रद्धालुओं के लिए यह अनिवार्य है कि वे अपने स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने किया सावधान
अमर उजाला से बातचीत में नोएडा स्थित अस्पताल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ एम.के. पाण्डेय कहते हैं, जिन लोगों को पहले से हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी या सांस लेने की समस्या बनी हुई है उन्हें इस तरह की लंबी और उंचाई वाली यात्रा पर जाने से बचना चाहिए। ज्यादा ऊंचाई पर जाने की स्थिति में ऑक्सीजन का स्तर कम होने लगता है जिससे सांस की परेशानी और हृदय पर अतिरिक्त दबाव बढ़ने का खतरा रहता है। कमजोर स्वास्थ्य वाले लोगों के लिए ये स्थितियां जानलेवा हो सकती हैं, इसलिए प्रशासन को अपनी सेहत के बारे में जानकारी देना जरूरी है।
इसके अलावा जो लोग स्वस्थ हैं उन्हें भी यात्रा के दौरान कुछ बातों पर गंभीरता से ध्यान देना जरूरी है।
क्या है सलाह?
डॉक्टर कहते हैं, जिन लोगों की उम्र 50 वर्ष से अधिक है या पहले से ही किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं उन्हें अधिकतर ऊंचाई वाली यात्रा से बचना चाहिए। अगर आप स्वस्थ भी हैं तो भी धीरे-धीरे चलना सुनिश्चित करें और शरीर को आराम करने के लिए समय दे। इसके अलावा, यात्रा के दौरान निर्जलीकरण की समस्या से बचाव के लिए पानी पीते रहें और समय-समय पर थोड़ी देर के लिए रुक कर सांस को सामान्य रखना सुनिश्चित करें।
स्वस्थ आहार और शरीर को आराम देना जरूरी
यात्रा पर गए लोग आहार का विशेष ध्यान रखें। आहार में कार्ब्स वाली चीजों के साथ पौष्टिकता से भरपूर फलों-सब्जियों को जरूर शामिल करें। इससे थकान, लो ब्लड प्रेशर और कमजोरी से बचाव किया जा सकता है। यात्रा के दौरान कभी भी ऑक्सीजन की कमी महसूस होती है तो तुरंत नजदीकी प्रशासन से मदद लें। अपनी समस्या को छिपाएं नहीं और यात्रा के दौरान मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों से समय रहते मदद जरूर लें।






