देश में आज सोने व चाँदी की कीमतों में कोई बड़ी उछाल नहीं देखी गई है; बाजार में मौजूदा वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं तथा घरेलू मांग-स्थिति के चलते ये धातुएँ स्थिर बनी हुई हैं। उदाहरण के लिए, आज यानी 4 नवंबर 2025 को दिल्ली में 24-कैरट सोने का भाव प्रति ग्राम ₹12,333 रहा जबकि 22-कैरट सोना ₹11,304 प्रति ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा था। चाँदी की कीमत भी प्रति किलोग्राम लगभग ₹1,54,100 के स्तर पर रही। विश्लेषकों का कहना है कि सोने-चाँदी में उछाल नहीं आने का मुख्य कारण है डॉलर का कुछ कमजोर होना लेकिन भारतीय रुपये के मुकाबले विशेष गिरावट न होना, साथ ही वैश्विक मुद्रास्फीति व केंद्रीय बैंकों की नीतियों में अनिश्चितता बनी हुई है। इसके अलावा, दीपावली-विवाह सीजन के चलते घरेलू आभूषण माँग बनी हुई है, लेकिन आयात और कर-शुल्क की स्थिति ने कीमतों को अधिक ऊपर नहीं जाने दिया।सोने को पारंपरिक रूप से “संकट में सुरक्षित निवेश” माना जाता है। इस वर्ष, कई निवेशक मुद्राओं, बांड-यील्ड व इक्विटी बाजार में बढ़ते जोखिम को देखते हुए सोना-चाँदी की ओर देखें हैं। हालाँकि, आज की स्थिरता इस बात का संकेत देती है कि निवेशक इस समय बड़े बदलाव का दांव नहीं लगा रहे हैं बल्कि सुरक्षित खेल-रूख बना रहे हैं।देश के विभिन्न महानगरों में सोने-चाँदी की कीमतों में हल्की हल्की भिन्नता देखी गई है—for उदाहरण के लिए मुम्बई में 24-कैरट सोने की दर ₹12,318 प्रति ग्राम रही वहीं चेन्नई में थोड़ा ऊपर ₹12,383 प्रति ग्राम दर्ज हुई। चाँदी का प्रति किलोग्राम भाव भी राजधानी व महानगरों में लगभग समान रहा।निवेश सलाहकारों ने सुझाव दिया है कि जो निवेशक सोने-चाँदी में नए निवेश करने की सोच रहे हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि यह धातुएँ लंबी अवधि के लिए सुरक्षित हो सकती हैं लेकिन अल्पकालिक लाभ के लिए नपे-तुले समय का चयन करना महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, आयात निर्भरता वाले उद्योग, आभूषण व्यापारी व खुदरा विक्रेता वर्तमान कीमतों पर अधिक सक्रिय नहीं दिख रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि अगले कुछ हफ्तों में वैश्विक और घरेलू कारकों में बदलाव संभव है—जैसे अमेरिकी फेडरल रिज़र्व की दर-नीति, चीन-मध्यदेशीय तनाव व भारतीय रुपया की स्थिति।






