नई दिल्ली : वैलेंटाइन सप्ताह का समापन 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के मौके पर होता है। इसके एक दिन पहले यानी सप्ताह के सातवे दिन को प्रेमी किस डे के रुप में मनाते हैं। किस प्यार के परवान चढ़ने का वह चरण है, जिसमें शब्दों की नहीं, सिर्फ स्पर्श और अहसासों की जरूरत होती है, सबकुछ कहने के लिए। किस डे के मौके पर प्रेमी अपने साथी को चुंबन के जरिए दिल की बात बताता है, अपना प्यार स्पर्श के जरिए लुटाता है। किस का सबसे बड़ा उदाहरण मां और बच्चे के बीच का प्यार होता है। एक नन्हा बच्चा अपनी मां के स्पर्श, उसके चुंबन से ही समझ पाता है कि वह जीवनदायित्री हैं।
चुंबन महज प्यार और रोमांस को बढ़ाने में ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। किस डे के मौके पर चुंबन या किस से होने वाले फायदों के बारे में भी जान लीजिए।
चुंबन के फायदे
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
चुंबन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत होती है। साल 2014 में माइक्रोबायोम जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, माउथ टू माउथ किस करने से युगल का स्लाइवा एक दूसरे में ट्रांसफर होता है। स्लाइवा में कुछ नए कीटाणुओं की हल्की मात्रा हो सकती है जिसके संपर्क में आने पर इम्यून सिस्टम के खिलाफ एंटीबॉडी बनाना शुरू हो जाती है। इन कीटाणुओं से बीमार होने का खतरा कम हो सकता है।
स्ट्रेस में कमी
किस करने से तनाव और चिंता दूर हो सकती है। दरअसल, कोर्टिसोल नाम के हार्मोन के कारण तनाव की शिकायत होती है। लेकिन जब लोग एक-दूसरे को चूमते हैं, गले लगते हैं या प्यार का इजहार करते हैं तो मस्तिष्क में कोर्टिसोल का स्तर कम होने लगता है। किस करने के कारण दिमाग में ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज होता है जो तनाव कम करने में मदद करता है। आसान शब्दों में समझें तो किस करने से मूड फ्रेश होता है। ऐसे में बेचैनी और अनिद्रा की शिकायत और चिंता कम होने लगती है।
बीपी कम होता है
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है तो चुंबन बीपी कंट्रोल करने का कारगर इलाज बन सकता है। किसिंग एक्सपर्ट और लेखक एंड्रिया डेमिरजियन के मुताबिक, जब आप किस करते हैं तो आपके हृदय की गति बढ़ने लगती है। इसके कारण रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो जाती हैं। परिणामत: रक्त प्रवाह बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है
चुंबन के कारण शरीर में सीरम कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी कमी आती है। जिसकी वजह से दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे से राहत मिलती है। ऐसे में किस कोलेस्ट्राॅल कम करने में भी असरदार हो सकती है।