*मध्यप्रदेश:-* एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद ज्यादा मात्रा में कैफीन और अन्य पदार्थ खून का दबाव अस्थायी रूप से बढ़ा देते हैं. इससे दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और ह्रदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.जब हम एनर्जी ड्रिंक पीते हैं, तो कभी-कभी हमारे दिल की धड़कन तेज हो जाती है. इसका मतलब है कि हमारा दिल ज्यादा तेजी से धड़कने लगता है. इससे दिल की धड़कन में अनियमितता, जिसे अरिथमिया कहते हैं, हो सकती है. यह एक ऐसी स्थिति है जहां दिल की धड़कन सामान्य से अलग हो जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है.अगर हम रोजाना एनर्जी ड्रिंक पीते हैं, तो लंबे समय बाद हमें दिल की बीमारियों का खतरा हो सकता है. खासकर, जिन लोगों को पहले से ही दिल से जुड़ी कोई परेशानी है, उनमें यह खतरा और भी ज्यादा होता है.हाल ही में हुए एक शोध में बताया गया है कि इन एनर्जी ड्रिंक्स में मिठास के लिए डाला जाने वाला स्वीटनर आपकी इम्यूनिटी को नुकसान पहुंचा सकता है और कैंसर सहित कई बीमारियों से लड़ने की आपकी क्षमता को कमजोर कर सकता है.एनर्जी ड्रिंक ज्यादा पीने से हमारे दिल की नसों में बीमारी हो सकती है, जिसे कोरोनरी धमनी रोग कहते हैं. यानी दिल की नसें सिकुड़ सकती हैं, जिससे दिल को खून पहुंचाने में दिक्कत होती है.एनर्जी ड्रिंक की कुछ किस्मों में कृत्रिम रूप से बनाई गई कुछ रसायनिक पदार्थों का भी इस्तेमाल होता है जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं. जैसे – टैरी नामक रंग जो ड्रिंक को रंगीन बनाने के काम आता है. या ग्लूकोरोनोलैक्टोन जो चीनी के स्रोत के रूप में प्रयुक्त होता है. ये दिल और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकते हैं।