*मध्यप्रदेश:-* जिस तरह पीरियड्स शुरू होने के दौरान लड़कियों के कई शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, ठीक इसी तरह मेनोपॉज के दौरान भी महिलाओं कई तरह की समस्याओं का समना करना पड़ता है। इस दौरान, कुछ महिलाओं को बहुत ज्यादा मूड स्विंग होते हैं, तो कुछ महिलाओं को हॉट फ्लैशेज झेलने पड़ते हैं। यही नहीं, कई बार रात को सोते समय शरीर से काफी पसीना बहने लगता है, तो कुछ महिलाओं का मेटाबॉलिज्म रेड कमजोर हो जाता है। कुल मिलाकर आप यह कह सकते हैं कि यह सफर महिलाओं के लिए बिल्कुल आसान नहीं होता है। हालांकि, इस दौरान एक्सरसाइज की मदद से महिलाएं मेनोपॉज के दौरान हो रही परेशानियों को कम कर सकती हैं। इस संबंध में हमने यश फिटनेस के फिटनेस ट्रेनर यश अग्रवाल से बात की।*तेज-तेज वॉक करें-*मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं का वजन बढ़ जाता है, जिसका बुरा असर हृदय स्वास्थ्य पर पड़ता है। अगर आप रोजना ब्रिस्क वॉक यानी तेल चलने वाली एक्सरसाइज करती हैं, तो इससे हार्ट हेल्थ में सुधार होता है। साथ ही वेट को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।*रेगुलर स्विमिंग करें-*मिड एज आते-आते कई महिलाओं की बॉडी स्टिफ हो जाती है। वहीं, जो महिलाएं मेनोपॉज से गुजरती हैं, इसकी वजह से कई परेशानियां उठानी पड़ सकती है। ऐसे में अगर आप नियमित रूप से स्विमिंग करते हैं, तो बॉडी की इम्यूनिटी बेहतर होती है और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है।*साइकिलिंग कर सकते हैं-* मेनोपॉज से गुजर रही महिलाओं के लिए भी साइक्लिंग बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है। यह मिड एज में आपकी बॉडी को एक्टिव रखने और मेनापॉज के दौरान हो रही परेशानियों को कम करने में मदद करते हैं। यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी अच्छे माने जाते हैं।*डांसिंग है अच्छा ऑप्शन-*अगर आपको एक्सरसाइज करना पसंद नहीं है, तो आप डांसिंग क्लासेज भी ज्वाइन कर सकते हैं। पहली बात तो यह कि डांसिंग की मदद से आपका मूड बेहतर रहेगा। साथ ही शारीरिक रूप से आप सक्रिय रहेंगी, जो कि वजन को कंट्रोल करने में मदद करेगा। साथ ही मांसपेशियां मजबूत बनेंगी।*जॉगिंग या रनिंग करें-*मेनापॉज से गुजर रही महिलाओं को नियमित रूप से जॉगिंग या रनिंग भी करनी चाहिए। यह स्टेमिना बढ़ाती है, हड्डियों की मजबूती को बढ़ावा देती है। यही नहीं, जॉगिंग या रनिंग करने की वजह से पैरों की मजबूती बढ़ती है, जो बैलेंसिंग को बेहतर बनाने में मदद करता है।*वेट लिफ्टिंग है फायदेमंद-*आमतौर पर देखा जाता है कि वेट लिफिट्ंग सिर्फ युवा करते हैं। जबकि वेट लिफ्टिंग करने से मसल लॉस को वापिस हासिल करने में मदद मिलती है। यही कारण है कि मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को एक्सपर्ट की मदद से इस एक्सरसाइज को करना चाहिए।*डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं-*मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं को स्ट्रेस या एंग्जाइटी फील होती है। कुछ महिलाओं को तो बार-बार मूड स्विंग का सामना करना पड़ता है। अपने मूड को फ्रेश रखने के लिए आप डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं। यही नहीं, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज आपकी सांस की गति पर मुख्य रूप से काम करता है, जो कि आपको सांस से संबंधित परेशानियों को कम करने में भी मदद करता है।आप यहां बताए गए कोई भी एक्सरसाइज को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना सकते हैं। इनकी मदद से मेनोपॉज की जर्नी निश्चित रूप से कम कठिन हो जाएगी। इसके बावजूद, अगर किसी तरह की हेल्थ से जुड़ी परेशानी हो, तो बेहतर है कि एक बार डॉक्टर से संपर्क कर अपना इलाज करवाएं।