नई दिल्ली : हर कोई टॉपर नहीं हो सकता, लेकिन उस दिशा में काम किया जा सकता है. यहां हम पांच ऐसी खासियतें बता रहे हैं जो ज्यादातर टॉपर बच्चों में होती हैं और आप भी अपने बच्चों को ये गुण सिखा सकते हैं.
पालन-पोषण का काम न केवल चुनौतीपूर्ण है, बल्कि यह एक ऐसी कला भी है जिसे समझने की जरूरत होती है. सक्सेसफुल पेरेंटिंग का अर्थ है अपने बच्चे को एक हेल्दी, बैलेंस और खुशहाल जीवन प्रदान करना. लाइफ में सक्सेस हासिल करने के लिए कुछ डिसिप्लिन बनाने जरूरी हैं. हर मां बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा जीवन में ऊंचाइयों को छुएं. हर कोई टॉपर नहीं हो सकता, लेकिन उस दिशा में काम किया जा सकता है. टॉपर बच्चे न केवल परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं, बल्कि उनमें कुछ खास गुण भी होते हैं. यहां हम पांच ऐसी खासियतें बता रहे हैं जो ज्यादातर टॉपर बच्चों में होती हैं और आप भी अपने बच्चों को ये गुण सिखा सकते हैं.
सफल बच्चों की होती हैं ये खासियतें |
डिसिप्लिन और टाइम मैनेजमेंट:
टॉपर्स अपने टाइम मैनेजमेंट में माहिर होते हैं. वे अपनी पढ़ाई, खेलकूद और दूसरी एक्टिविटीज के लिए समय को सही तरीके से बांटते हैं. आप भी अपने बच्चों को अनुशासन और समय के महत्व को समझाएं.
रेगुलर स्टडी:
टॉपर्स रेगुलर स्टडी करते हैं. वे परीक्षा के समय में ही नहीं, बल्कि पूरे साल भर पढ़ाई करते हैं. इससे उन्हें विषयों की गहरी समझ होती है और वे जानकारी को अच्छी तरह से याद रख पाते हैं.
सेल्फ मॉटिवेशन:
टॉपर्स में एक सेल्फ मॉटिवेशन होती है जो उन्हें अपने टारगेट की ओर बढ़ने में मदद करती है. वे अपनी सफलताओं और असफलताओं से सीखते हैं और हमेशा बेहतर करने की कोशिश करते हैं.
टीचर्स के साथ बातचीत:
टॉपर बच्चे अपनी शंकाओं और प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए टीचर्स के साथ बातचीत करते हैं. वे क्लास में पार्टिसिपेट करते हैं और अपनी जिज्ञासाओं को बिना हिचकिचाहट के व्यक्त करते हैं.
एक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करना: टॉपर बच्चे केवल पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि अन्य एक्टिविटीज में भी एक्टिव रहती हैं. वे स्पोर्ट्स, म्यूजिक, आर्ट आदि में भी अपनी रुचि दिखाते हैं जिससे उनका ऑलओवर डेवलपमेंट होता है।