नई दिल्ली : दिसंबर 2019 से चली आ रही कोरोना महामारी को चार साल से अधिक का समय बीत गया है, हालांकि ये कब तक जारी रहेगा इसको लेकर वैज्ञानिक स्पष्ट नहीं हैं। कुछ अध्ययनों में कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस में समय-समय पर म्यूटेशन हो रहा है जिससे नए वैरिएंट्स का खतरा लगातार बना हुआ है। ऐसे में सभी लोगों को संक्रमण से बचाव को लेकर निरंतर सावधानी बरतते रहना जरूरी है। वैक्सीनेशन और हर्ड इम्युनिटी के कारण भले ही अब संक्रमण के गंभीर मामले कम देखे जा रहे हैं पर कोविड-19 और इसके कारण होने वाले स्वास्थ्य जोखिम अब भी बड़ी चिंता का कारण बने हुए हैं।
मसलन कोरोना के खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है, इसी बीच वैज्ञानिकों ने एक हालिया रिपोर्ट में अमेरिका में बढ़ते एक और अति संक्रामक रोग को लेकर लोगों को अलर्ट किया है। पिछले दिनों अमेरिका में कुछ लोगों और मवेशियों में बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा संक्रमण के मामले सामने आने के बाद विशेषज्ञों ने अलर्ट जारी किया है।
एच5एन1 के संक्रमण को इंसानों के लिए गंभीर रोगकारक और घातक माना जाता रहा है। इतना ही नहीं वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों में एच5एन1 का संक्रमण कोरोना के कई गुना घातक हो सकता है।
कोरोना से ज्यादा खतरनाक है बर्ड फ्लू
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा-
बर्ड फ्लू में एक विनाशकारी महामारी पैदा करने की क्षमता है जो कि कोविड से 100 गुना अधिक भयानक हो सकती है। एक तरफ जहां दुनियाभर के वैज्ञानिक अज्ञात डिजीज एक्स से मुकाबले की तैयारी में लगे हुए हैं, वहीं एच5एन1 के इंसानों में बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने अपनी वेबसाइट पर एक रिपोर्ट जारी की जिसमें टेक्सास में अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के प्रकोप के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
संक्रमित गायों से इंसान में संक्रमण
सीडीसी की रिपोर्ट के अनुसार टेक्सास में संक्रमित पाया गया व्यक्ति संभवतः बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित गायों के साथ काम करता था। यह पहली बार है कि जब ये वायरस गायों में पाया गया है और यह गाय से इंसान में बर्ड फ्लू फैलने का भी ये पहला मामला है। संक्रमित की जांच की रिपोर्ट की लेकर सीडीसी विशेषज्ञों ने बताया, रोगी में इन्फ्लूएंजा वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई। इस व्यक्ति के शरीर में देखा गया वायरस लगभग वैसा ही है जैसा टेक्सास में गायों और पक्षियों में पाया गया है।
एच5एन1 के संक्रमण को लेकर अलर्ट
गौरतलब है कि इसके पहले की रिपोर्ट्स में भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते रहे हैं कि एच5एन1 का कोई भी मामला चिंताजनक हो सकता है क्योंकि यह इंसानों के लिए बेहद खतरनाक है। फिलहाल इस वायरस के संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने का कोई संकेत नहीं है। अमेरिका में इस उभरती और तेजी से विकसित होती समस्या का सीडीसी बारीकी से अध्ययन कर रहा है।
विशेषज्ञों ने कहा- प्रभावित स्थानों पर लोगों को इस रोग से बचाव को लेकर अलर्ट रहना जरूरी है। जंगली पक्षियों, मुर्गी, अन्य पालतू पक्षियों और पालतू जानवरों से निकट संपर्क से बचना चाहिए।
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए इन बातों का भी ध्यान रखें
सीडीसी ने बताया बर्ड फ्लू के गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं इसलिए जरूरी है कि आप इसके खतरों से लगातार बचाव करते रहें। इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
जानवरों के मल, बिस्तर, कच्चे दूध या ऐसी सामग्रियों के असुरक्षित संपर्क से बचना चाहिए जिनका संदिग्ध पक्षियों या अन्य जानवरों से संपर्क हुआ हो सकता है।
H5N1 बर्ड फ्लू वायरस संक्रमण वाले संभावित जानवरों के मांस के सेवन से बचें।
दूध को अच्छे से उबाल कर ही इसका सेवन किया जाना चाहिए। इससे इन्फ्लूएंजा वायरस को मारने में मदद मिल सकती है।
जिन इलाकों में मुर्गी पालन होता है वहां पर जाने से बचा जाना चाहिए।