*मध्यप्रदेश:-* इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो रही है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाती है. ऐसे में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों को उनके पसंद अनुसार फूल अर्पित करने से सभी रूपों की देवी प्रसन्न होती हैं. ऐसे मेंं आइए जानते हैं कि नवरात्रि के नौ दिनों की पूजा में माता के पसंद के अनुसार कौन-कौन से फूल चढ़ाएं.चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. मां शैलपुत्री को लाल गुड़हल और सफेद कनेर का फूल अति प्रिय है तो मां की पूजा में इन फूलों को अवश्य चढ़ाएं.दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. माता को गुलदाउदी और वट वृक्ष के फूल काफी पसंद है. इस दिन इनकी पूजा में इन फूलों को जरूर चढ़ाएं.तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है. इस दिन इनकी पूजा में कमल और शंखपुष्पी का फूल अर्पित करने से देवी प्रसन्न होंगी.चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा होती है. इनकी पूजा में चमेली या पीले रंग का कोई भी फूल चढ़ा दें. देवी मां का आशीर्वाद मिलेगा.पंचावें दिन स्कंद माता की पूजा होती है. इस दिन मां की पूजा में पीले रंग का फूल चढ़ाएं. इस फूल को चढ़ाने से मां प्रसन्न होकर सुख-संपत्ति का आशीर्वाद देती हैं.छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है. माता को गेंदे और बेर के पेड़ का फूल अति प्रिय है. इन फूलों को मां की पूजा में करने से उनकी कृपा होगी.सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा होगी. इनकी पूजा में नीले रंग का कृष्ण कमल का फूल या नीले रंग का कोई भी फूल अर्पित करें.आठवें दिन महागौरी की पूजा होती है. इनकी पूजा में मोगरे का फूल चढ़ाने से घर-परिवार पर माता की कृपा बनी रहेगी.नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होगी. इनकी पूजा में चंपा और गुड़हल का फूल चढ़ाएं, माता की कृपा सदैव बनी रहेगी.