अमेरिका : दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। कई ऐसे रहस्य हैं, जिन पर यकीन करना मुश्किल होता है। अमेरिका का एरिया-51 भी एक ऐसी जगह है, जो लोगों को हैरान करती है। एरिया-51 में बेहद कड़ी सुरक्षा रहती है और किसी को यहां पर आने-जाने की इजाजत नहीं है। कुछ कांस्पिरेसी थ्योरी में चौंकाने वाले दावे किए जाते हैं। इनमें कहा जाता है कि अमेरिका ने एरिया-51 में एलियंस को कैद कर रखा हुआ है और उन पर प्रयोग कर रहा है। इस जगह को बेहद गुप्त रखा गया है, जिसके बारे में अमेरिका के लोगों को भी नहीं पता था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने साल 2013 में पहली बार एरिया-51 के बारे में जानकारी सार्वजनिक की थी।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने बताया कि अमेरिका में दक्षिणी नेवादा के बंजर रेगिस्तान में स्थित ‘एरिया 51’ अमेरिकी वायु सेना का एक केंद्र है। लेकिन, इस जगह की चर्चा एलियन और यूएफओ को लेकर होती रहती है। अमेरिका पर बहुत पहले से ही एलियन की जानकारी छिपाने के आरोप लगते हैं।
सीआईए के एक पूर्व एजेंट ने दावा किया था कि एरिया-51 पर वह गया था। वहां पर उसने वास्तव में एलियंस को देखा था। इस शख्स ने पहले 1998 और इसके बाद 2013 में साक्षात्कार दिए थे। इन दोनों साक्षात्कारों में उसने एरिया 51 को लेकर हैरान करने वाले दावे किए थे। कई वेबसाइट्स ने सीआईए के इस पूर्व एजेंट के साक्षात्कार में किए दावे को लेकर रिपोर्ट्स प्रकाशित की थीं। हालांकि, उसने अपनी पहचान उजागर नहीं की थी। पुरस्कार विजेता निर्देशक जेरेमी कॉर्बेल ने शख्स के दावों पर ‘ट्रुथ एम्बार्गो द एनोनिमस इंटरव्यू’ नाम की फिल्म बनाई थी।
पूर्व सीआईए एजेंट ने एरिया-51 को लेकर चौंकाने वाला दावा
नवंबर 2022 में एक विदेशी मीडिया में एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। इस रिपोर्ट में पूर्व सीआईए एजेंट ने दावा किया था कि उसने यूएफओ को प्रत्यक्ष रूप में देखा है। इसके साथ ही उसने एलियंस के अस्तित्व की पुष्टि की थी। शख्स ने अपनी पहचान को उजागर करने को लेकर चिंतित था। इसकी वजह से उसने साक्षात्कार के दौरान सिर्फ अज्ञात रूप में अपना परिचय दिया। शख्स ने दावा किया था कि उसने 1957 से 1960 के बीच सीआईए के लिए काम किया था। उसका कहना है कि वह अमेरिका के दक्षिण पूर्व में एक सैन्य अड्डे पर रहा था और वहां पर उसने भौतिक साक्ष्य का विश्लेषण किया था।
अमेरिका की खोजी पत्रकार लिंडा मोल्टन होवे ने साल 1998 में पूर्व सीआईए एजेंट का साक्षात्कार किया था। 11 घंटे के ऑडियो टेप में उसे ‘एजेंट केवपर’ के नाम से जाना गया। उसने गोपीनय रहस्यों को उजागर किया था। साक्षात्कार के बाद सीआईए ने कथित तौर पर उसे चेतावनी दी थी कि वह आगे से ऐसा न करे। लेकिन साल 2013 में उसे अपनी मौत का डर था, जिसकी वजह से उसने एक बार फिर साक्षात्कार दिया। इस बार यूएफओ शोधकर्ता रिचर्ड डोलन के साथ एरिया-51 को लेकर अपने अनुभव को बताया था।
शख्स का दावा था कि कथित तौर पर अमेरिकी सरकार की तरफ से पाई और बरामद की गई चीजों को देखने के लिए उसे एरिया-51 ले जाया गया था। उसने दावा किया था कि उनमें एक उड़न तश्तरी भी थी, जो जुलाई 1947 में न्यू मैक्सिको के रोसवेल में हादसे का शिकार हुई थी और नीचे उतरी थी।