बीजापुर:- वन विभाग की टीम को इंद्रावती टाइगर रिजर्व इलाके के मोदकापाल में घायल बाघ मिला है. घायल बाघ कांदुलनार के जंगल में पड़ा था. डीएफओ संदीप बालगो ने डॉक्टरों की टीम को मौके पर भेजकर बाघ को रेस्क्यू कराया. वन विभाग की टीम ने घंटों की मशक्कत के बाद बाघ को पिंजरे में डाला. डॉक्टरों की टीम ने बाघ का शुरुआती इलाज भी किया. वन विभाग की ओर से बताया गया है कि बाघ को बेहतर इलाज के लिए रायपुर सफारी भेजा गया है.
जंगल में घायल मिला बाघ: जिस वक्त वन विभाग की टीम को बाघ मिला उसक वक्त बाघ काफी जख्मी हालत में था. बाघ के पैर में चोट के निशान रहे. वन विभाग की मानें तो बाघ शिकारियों के लगाए जाल में फंस गया था. शिकारियों के लगाए जाल में फंसने से बाघ के पैरों में चोट आई थी. वन विभाग ने जंगल में शिकारियों के लगाए वायर को हटाकर बाघ को रेस्क्यू किया. वन विभाग के अधिकारी अपनी टीम के साथ इलाके में जांच कर रहे हैं.
जिस बाघ का हमने घायल हालत में रेस्क्यू किया है उसकी उम्र 5 से छह साल के बीच की है. बाघ को बेहतर उपचार के लिए रायपुर जंगल सफारी भेजा जा रहा है. शिकारियों ने जंगली जानवर को फंसाने के लिए जंगल में ट्रैप लगाया था. बाघ उसी ट्रैप में फंसकर घायल हो गया: संदीप बालगो, डीएफओ
टाइगर के शिकारियों पर शक: वन विभाग को शक है कि शिकारी आस पास के ही गांव के हो सकते हैं. वन विभाग की टीम जंगल से सटे आस पास के गांव के लोगों से भी पूछताछ कर सकती है. इंद्रावती टाइगर रिजर्व के कर्मचारी शिकारियों का पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं. ये कोई पहला मौका नहीं है जब शिकारियों ने जंगली जानवर को अपने जल में फंसाने की कोशिश की है. इससे पहले भी शिकार की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं.





