नई दिल्ली :- आजकल प्रदूषण और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण लोगों को बालों से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इनमें डैंड्रफ की समस्या भी शामिल है. डैंड्रफ के कारण खुजली और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसके साथ ही डैंड्रफ शर्मिंदगी का कारण भी बनती है. डैंड्रफ के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसलिए, न केवल मौसम या गंदगी, बल्कि जिंक की कमी भी डैंड्रफ का कारण बन सकती है.
इस संबंध में शिमला की वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा सूद ने जानकारी देते हुए बताया कि डैंड्रफ न केवल सिर पर फंगल संक्रमण का परिणाम है, बल्कि यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी और अन्य कारणों से भी हो सकता है.
डैंड्रफ के लिए जिम्मेदार कारण
विटामिन बी की कमी: डॉ. नेहा सूद का कहना है कि शरीर में विटामिन बी, विशेष रूप से बी2, बी6 और बी12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से त्वचा और स्कैल्प का स्वास्थ्य प्रभावित होता है. ये तत्व सिर की त्वचा को हाइड्रेटेड और स्वस्थ रखने में मदद करते हैं, लेकिन इनकी कमी से सिर की त्वचा शुष्क और परतदार हो जाती है, जिससे रूसी होने की संभावना बढ़ जाती है.
रासायनिक हेयर डाई और कठोर शैंपू : हेयर डाई में मौजूद अमोनिया, पेरोक्साइड और सल्फेट जैसे रसायन खोपड़ी में जलन पैदा कर सकते हैं. बार-बार कलर करने या कठोर शैंपू का उपयोग करने से सिर की त्वचा शुष्क और संवेदनशील हो सकती है, जिससे डैंड्रफ, खुजली और बालों के झड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
जिंक : डॉ. नेहा ने बताया कि जिंक एक आवश्यक खनिज है जो हमारी त्वचा, बाल और नाखूनों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यह शरीर में कोशिकाओं की मरम्मत, सूजन को नियंत्रित करने और सिर की त्वचा में तेल उत्पादन को संतुलित करने में मदद करता है. जब शरीर में जिंक की मात्रा कम हो जाती है तो सिर की त्वचा कमजोर होने लगती है, जिससे मृत कोशिकाएं अधिक मात्रा में गिरने लगती हैं. यह मृत त्वचा डैंड्रफ का रूप ले लेती है.
जिंक के अच्छे स्रोत
डॉ. नेहा सुझाव देती हैं कि यदि रूसी बार-बार हो रही है और नियमित शैंपू या घरेलू इलाज से ठीक नहीं हो रही है, तो ब्लड टेस्ट कराकर अपने जिंक के स्तर की जांच कराएं. यदि कोई कमी पाई जाए तो अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरक आहार लेना शुरू करें. आहार में बदलाव करके इस कमी को दूर किया जा सकता है. कद्दू के बीज, दूध और डेयरी उत्पाद जिंक के कुछ अच्छे स्रोत हैं.
सर्दियों में रूसी क्यों बढ़ जाती है?
डॉ. नेहा का कहना है कि सर्दियों में हवा शुष्क होती है और हीटर या गर्म पानी का उपयोग करने से सिर की प्राकृतिक नमी और कम हो जाती है. जब सिर की त्वचा सूख जाती है, तो मृत त्वचा कोशिकाएं बड़ी मात्रा में निकलने लगती हैं, जो डैंड्रफ का रूप ले लेती हैं. इसलिए, सर्दियों में गर्म पानी और मॉइस्चराइजिंग शैम्पू का उपयोग करना महत्वपूर्ण है.
रूसी से छुटकारा पाने के लिए क्या करें?
कई लोग डैंड्रफ के लिए नींबू, दही या नारियल तेल जैसे घरेलू उपचार का उपयोग करते हैं. इन उपायों से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन यदि समस्या की जड़ शरीर के भीतर है, तो अकेले बाहरी उपाय पर्याप्त नहीं हैं.
डॉ. नेहा के अनुसार, स्कैल्प भी त्वचा का एक हिस्सा है और इसकी देखभाल आंतरिक पोषण के माध्यम से की जाती है. यदि आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल रहे हैं, तो कोई भी शैम्पू चमत्कार नहीं कर सकता. रूसी को हल्के में लेना बड़ी गलती हो सकती है. यदि यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह आपके शरीर में पोषण संबंधी समस्याओं, विशेषकर जिंक की कमी का संकेत हो सकता है. उचित निदान, संतुलित आहार और विशेषज्ञ की सलाह से इस समस्या से आसानी से निपटा जा सकता है.