रायपुर। आंजनेय यूनिवर्सिटी में 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस इस वर्ष भी उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ थीम के अंतर्गत योग, ध्यान एवं श्वास-प्रश्वास की तकनीकों के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम में एम्स रायपुर के योग चिकित्सक श्री कुंदन कुमार तथा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर की योग विभागाध्यक्ष श्रीमती कमला पटेल ने विशेष रूप से उपस्थित होकर योग के विभिन्न आसनों जैसे ब्रह्म मुद्रा, वृक्षासन, भुजंगासन और ताड़ासन के लाभों पर विस्तार से चर्चा की.


इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के महानिदेशक डॉ बी सी जैन ने कहा कि, “योग तनावमुक्ति, ऊर्जा वृद्धि एवं आंतरिक शांति का मार्ग है। योग केवल व्यक्ति ही नहीं बल्कि पृथ्वी के स्वास्थ्य के लिए भी अनिवार्य है। इस वर्ष की थीम ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ इसी आपसी संबंध को रेखांकित करती है।” कार्यक्रम का सफल संयोजन योग विभाग की प्राध्यापिका रश्मि वर्मा ने किया।
होटल मैनेजमेंट के छात्रों को वैश्विक रुझानों से कराया अवगत
इसी दौरान यूनिवर्सिटी के करियर गाइडेंस कार्यक्रम के तहत होटल मैनेजमेंट विभाग द्वारा ‘हॉस्पिटैलिटी का भविष्य: रुझान, चुनौतियाँ और अवसर’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता श्री श्रीनिवास श्रीरंगम (जनरल मैनेजर, कोर्टयार्ड बाय मैरियट, टोरंटो) ने वैश्विक हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में उभरते रुझानों और चुनौतियों की जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा कि तकनीकी नवाचार, स्थिरता (सस्टेनेबिलिटी), ब्लीज़र ट्रैवल (बिजनेस + लीजर), एवं कस्टमाइज्ड एक्सपीरियंस की बढ़ती मांग के चलते होटल इंडस्ट्री में युवाओं के लिए अवसर तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में होटल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए फ्रंट ऑफिस, किचन, इवेंट मैनेजमेंट, सेल्स और मार्केटिंग सहित अनेक क्षेत्रों में उज्जवल संभावनाएं हैं।
श्रीनिवास श्रीरंगम ने बताया कि “2025 तक भारत में यात्रा एवं पर्यटन क्षेत्र में लगभग 48 मिलियन नई नौकरियों का सृजन संभावित है, जो होटल मैनेजमेंट के छात्रों के लिए सुनहरा अवसर है।”
कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।