रायपुर:- सदन की कार्यवाही के दौरान बहुत कम ऐसे मौके आते हैं जब विपक्ष सरकार को धन्यवाद दे. सत्ता पक्ष भी विपक्ष की बातों को गंभीरता से सुने. दरअसल विधानसभा के रजत जयंती वर्ष में आज का दिन काफी ऐतिहासिक रहा. बिजली दरों में वृद्धि को लेकर विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया, लेकिन आसंदी ने उसे अस्वीकार कर दिया. इसके बावजूद विपक्ष ने कोई हंगामा नहीं किया बल्कि शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखी. खास बात यह रही कि नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने के लिए धन्यवाद दिया.
नेता प्रतिपक्ष ने दिया सीएम को धन्यवाद: नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने शून्यकाल में बिजली दरों में हुई वृद्धि का मुद्दा उठाया. महंत ने कहा कि इस वृद्धि से गरीब और मध्यम वर्ग प्रभावित हो रहा है और इस पर चर्चा जरूरी है. इसके जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा में स्पष्ट किया कि वर्ष 2025 से 26 के लिए विद्युत नियामक आयोग ने मात्र 1.89% की वृद्धि की है. जो की अब तक की न्यूनतम वृद्धि में से एक है. सीएम ने बताया कि घरेलू उपभोक्ताओं के लिए यह वृद्धि केवल 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट है, जबकि किसानों के लिए की गई 50 पैसे की वृद्धि पहले से ही सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में कवर की जा रही है.
बिजली उत्पादन के लिए नया संयंत्र: कोरबा में 1320 मेगावॉट का नया विद्युत संयंत्र स्थापित किया जा रहा है, जिसकी लागत 15,800 करोड़ है. इसके अलावा 3 लाख करोड़ से अधिक के ऊर्जा करार किए गए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे: विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना”: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि “प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के अंतर्गत मिलने वाले अनुदान का भी ज़िक्र किया. सीएम ने बताया कि 3 किलोवाट तक के संयंत्र पर ₹78,000 तक का केंद्र सरकार और ₹30,000 तक का राज्य सरकार का अनुदान मिलेगा. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने इस विषय पर मुख्यमंत्री की संजीदगी और जवाब को सकारात्मक बताते हुए धन्यवाद दिया. महंत ने कहा कि ऐसा लगा कि मुख्यमंत्री वास्तव में इस विषय पर काम करना चाहते हैं.