रायपुर:- छत्तीसगढ़ के राज्यपाल और विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति रमेन डेका ने शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को दो महीने के भीतर एक विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। राजभवन में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने कुलपतियों के साथ विचार-विमर्श कर छात्रहित में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना और उच्च शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारती दासन विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्यपाल ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन कोर्सेज में छात्र या शिक्षक नहीं हैं, उन्हें तत्काल बंद किया जाए। साथ ही, निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को प्रबंधन के साथ बैठक कर गुणवत्ता सुधार की कार्ययोजना तैयार करने और सितंबर माह तक प्रस्तुत करने को कहा गया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के मापदंडों और नियमों का कड़ाई से पालन करने पर जोर दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के लिए एक समर्पित पोर्टल विकसित किया जाएगा, जिसमें प्रवेश प्रक्रिया से लेकर सभी गतिविधियों की जानकारी अपलोड की जाएगी। राज्यपाल डेका ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जो विश्वविद्यालय राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ग्रेडिंग के लिए पात्र हैं, वे अनिवार्य रूप से इस प्रक्रिया में शामिल हों। इस अवसर पर विभिन्न शासकीय और निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे, जिन्होंने शैक्षणिक सुधार के लिए अपने सुझाव साझा किए।