छत्तीसगढ़:– बिलासपुर में आयोजित वोट चोर गद्दी छोड़ कार्यक्रम के मंच से नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि कांग्रेस को मिली जीत जबरन भाजपा के खाते में डाल दी गई। महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 44 सीटों पर आगे थी लेकिन अचानक भाजपा के वोट बढ़ गए और नतीजे पलट दिए गए। कांग्रेस मतदाताओं ने हमें वोट दिया लेकिन गिनती भाजपा के खाते में जा रही थी। यह वोट पर डाका है और इसमें निर्वाचन आयोग भी शामिल है।
महंत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया और निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि 400 पार के बहाने भाजपा संविधान बदलना चाहती है और लोकतंत्र को खत्म कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का नारा डरो मत मुकाबला करो अब देशभर में नई राजनीतिक लहर पैदा कर रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने चरणदास महंत के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा की जब चुनाव हुआ तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे और चरणदास महंत विधानसभा अध्यक्ष। तब तो कोई आरोप नहीं लगाए अब पौने दो साल बाद उन्हें वोट चोरी याद आ रही है। अरुण साव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा राहुल गांधी ने कुछ कह दिया तो अब छत्तीसगढ़ में झूठे आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। गद्दी छोड़ अभियान मुंगेरीलाल का सपना है। चुनाव में बार-बार जनता से हारने के बाद भी कांग्रेस को सपना देखने से फुर्सत नहीं।
छत्तीसगढ़ वोट चोरी मामला” क्या है?
– नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का दावा है कि कांग्रेस की जीत को जबरन भाजपा के खाते में डाला गया।
“छत्तीसगढ़ वोट चोरी मामला” में कांग्रेस ने कितनी सीटों पर दावा किया?
– कांग्रेस ने 44 सीटों पर बढ़त का दावा किया है।
क्या “छत्तीसगढ़ वोट चोरी मामला” में निर्वाचन आयोग पर भी आरोप लगाए गए हैं?
– हाँ, चरणदास महंत ने निर्वाचन आयोग को भी जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा ने “छत्तीसगढ़ वोट चोरी मामला” पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
– भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आरोपों को निराधार बताया और कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
“छत्तीसगढ़ वोट चोरी मामला” का राहुल गांधी से क्या संबंध है?
– महंत ने कहा कि राहुल गांधी का नारा “डरो मत मुकाबला करो” नई राजनीतिक लहर ला रहा है।