मध्यप्रदेश:– शुक्रवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी, जिसे रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है, बड़े ही धूमधाम से मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा से जीवन के सभी पाप नष्ट होते हैं और धन-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। खास बात यह है कि अगर आप किसी कारणवश व्रत नहीं रख पाते, तो भी कुछ विशेष दान करके व्रत के समान पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।
पूजा और दान का विशेष महत्व-
शास्त्रों के अनुसार, रमा एकादशी पर प्रातः स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करते हुए भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करें। पूजा के बाद गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से विशेष पुण्य मिलता है। इस दिन तिल, घी, गुड़, चावल, कंबल, पीतल के बर्तन और वस्त्रों का दान अत्यंत शुभ माना जाता है। जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, वे किसी भूखे व्यक्ति को भोजन कराकर भी पुण्य कमा सकते हैं।
ज्योतिषीय लाभ और समृद्धि-
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि रमा एकादशी पर किया गया दान दोगुना फल देता है। यह न केवल कुंडली के धन संबंधी दोषों को दूर करता है, बल्कि घर में माता लक्ष्मी का वास भी सुनिश्चित करता है। यह पवित्र तिथि मन, वाणी और कर्म को शुद्ध करने का अवसर प्रदान करती है।
कैसे बनाएं इस दिन को और खास?
सुबह स्नान के बाद भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करें। “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जप करें। तिल, घी, चावल, गुड़, कंबल या वस्त्रों का दान करें। किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं या उनकी मदद करें।