नई दिल्ली — राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक स्थल लाल क़िला (Red Fort) के गेट नंबर 1 के पास एक कार विस्फोट हुआ, जिसमें कम-से-कम नौ लोग घायल हो गए और आसपास के वाहनों व ए-रिक्शाओं को भी क्षति पहुँची है। घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा-चैनल को हाई अलर्ट पर रखा है और मामला दर्ज करते हुए इसे संभवतः आतंकवादी हमला मानते हुए मुख्य कानून के तहत कार्रवाई शुरू की है — इसमें प्रमुख है Unlawful Activities (Prevention) Act (UAPA) के अंतर्गत मामला दर्ज करना। घटना की पृष्ठभूमिइस विस्फोट के समय लाल क़िला के मुख्य दरवाज़े के बाहर यातायात सामान्य चलता हुआ था। कार में कुछ विस्फोटक लगने की संभावना जताई गई है, जिस वजह से आसपास के वाहन भी प्रभावित हुए — छह कारें और तीन ए-रिक्शा आग की लपटों में घिर गए। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया है, आसपास के मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए और यातायात व्यवस्थाएं तुरंत बदली गईं। गृह मंत्री और दिल्ली पुलिस द्वारा जाकर घायलों का हाल जाना गया। प्रतिक्रिया एवं आगे का रुखगृह मंत्री ने कहा कि “हम इस घटना को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं, सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है — चाहे यह आतंकी घटना हो या अन्य किसी साजिश की कड़ी।” विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की घटना राजधानी में सुरक्षा-व्यवस्था को फिर से परखने का अवसर देती है। ऐसे संवेदनशील स्थानों पर चुनाव से पहले सुरक्षा-तंत्र को और ज़्यादा मजबूत बनाने की आवश्यकता है।इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या विस्फोट किसी बड़े आतंकी नेटवर्क की कार्रवाई है या एक अलग ढंग की आतंकी घटना। UAPA के तहत मामला दर्ज होना इस बात की ओर संकेत है कि सरकार इसे संज्ञान में ले रही है और जल्द कार्रवाई करेगी।






