बागपत। बसौद गांव में जन सेवा केंद्र संचालक फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बना रहा था। स्वास्थ्य विभाग की जांच में केंद्र पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का खुलासा हुआ है। सीएचसी अधीक्षक ने केंद्र संचालक के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई करने और फर्जी साइट को बंद कराने की मांग की है।
बसौद के गुलजार ने बताया कि दो मार्च 2023 को निजी अस्पताल में उसकी बेटी अमायरा का जन्म हुआ था। उसने गांव में चल रहे जन सेवा केंद्र पर बेटी का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के आवेदन किया था। केंद्र संचालक ने उसकी बेटी का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बना दिया। 16 सितंबर को उसने सीएचसी पिलाना में पीएमएमवीवाई (प्रधानमंत्री मातृ वंदना) योजना के लिए आवेदन किया था। आवेदन के दौरान बेटी के जन्म प्रमाण पत्र का क्रमांक विभागीय पोर्टल पर नहीं मिला। उसकी शिकायत पर सीएचसी अधीक्षक डाॅ. सुधीर शर्मा ने गांव की सीएचओ और एएनएम को जांच कर सूचना देने के निर्देश दिए। जांच में बालिका का प्रमाण पत्र और जिस साइट से जन्म प्रमाण पत्र बनाया जा रहा था, दोनों फर्जी निकले।
सीएचसी अधीक्षक ने जिला स्तर पर जन्म प्रमाणपत्र का सत्यापन कराया। मगर जन्म प्रमाणपत्र का पोर्टल पर ब्योरा नहीं मिला। सीएचसी अधीक्षक ने जन सेवा केंद्र संचालक के खिलाफ सिंघावली अहीर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई करने और फर्जी साइट को बंद कराने की मांग की है।
-वर्जन- बसौद गांव की सीएचओ और एएनएम से जन सेवा केंद्र संचालक द्वारा जारी किए गए जन्म प्रमाणपत्र की जांच और जिला स्तर पर सत्यापन कराया गया था। जांच में बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया। जिस पर उसके खिलाफ सिंघावली अहीर थाने में तहरीर दी है। – डॉ. सुधीर शर्मा, सीएचसी अधीक्षक पिलाना
साइबर कैफों की कराई जाएगी जांच
बसौद गांव में साइबर कैफे संचालक द्वारा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। विभागीय अधिकारियों ने जिले में चल रहे अन्य साइबर कैफों की भी जांच कराने के निर्देश दिए हैं। विभाग की ओर से साइबर कैफों की जांच कराई जाएगी।