छत्तीसगढ़ इस समय अपनी 25वीं राज्य स्थापना वर्षगांठ के अवसर पर विकास और सांस्कृतिक पहचान के नए अध्याय लिख रहा है। राजधानी रायपुर और नया रायपुर में आयोजित कई कार्यक्रमों ने राज्य को एक नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साईं ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ भगवान राम की मातृभूमि है, और यह राज्य अब ‘स्वर्णिम छत्तीसगढ़’ बनने की ओर अग्रसर है।” राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री ने महिलाओं, युवाओं, किसानों और आदिवासी समाज के विकास को प्राथमिकता बताते हुए कई नई योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अब शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में ‘तेज गति विकास मिशन’ शुरू करने जा रही है, जिससे हर जिले में रोजगार और सुविधाएँ बढ़ेंगी।इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर में 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें HPCL का नया पेट्रोलियम ऑयल डिपो, प्रधानमंत्री आवास योजना के नए चरण की शुरुआत, राज्य में नई सड़कों और बिजली वितरण नेटवर्क का विस्तार, और उद्योगों के लिए बुनियादी ढांचा निर्माण शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ आने वाले वर्षों में देश की ऊर्जा और औद्योगिक शक्ति का केंद्र बनेगा। उन्होंने राज्य की युवाशक्ति की सराहना करते हुए कहा कि “यह भूमि सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों में समृद्ध नहीं है, बल्कि यहां के लोग भी उतने ही मेहनती और प्रगतिशील हैं।”संस्कृति के क्षेत्र में भी बड़ा कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ ने देश का पहला डिजिटल आदिवासी संग्रहालय खोला है। रायपुर के नजदीक नए रायपुर क्षेत्र में बने इस “शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक एवं आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय” में देशभर के आदिवासी नायकों की कहानियाँ आधुनिक तकनीक से प्रदर्शित की जा रही हैं। यहाँ डिजिटल स्क्रीन, वर्चुअल गैलरी और मल्टीमीडिया शो के माध्यम से आगंतुकों को आदिवासी वीरता और संघर्ष का अनुभव कराया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संग्रहालय न केवल इतिहास का संरक्षण करेगा, बल्कि नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। इस मौके पर उन्होंने वीर नारायण सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद किया, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ छत्तीसगढ़ में सबसे पहले आवाज़ उठाई थी।राज्य के आर्थिक मोर्चे पर भी कई सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। उद्योग विभाग के अनुसार, पिछले एक वर्ष में छत्तीसगढ़ में लगभग 6,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिनमें स्टील, सीमेंट और फार्मा कंपनियाँ शामिल हैं। वहीं, पर्यटन विभाग ने अनुमान लगाया है कि डिजिटल संग्रहालय, सिरपुर और चित्रकोट जैसे स्थलों की वजह से 2025 के अंत तक पर्यटकों की संख्या में 20% तक वृद्धि होगी। शिक्षा क्षेत्र में सरकार ने घोषणा की है कि सभी जिलों में “स्कूल ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना की जाएगी, जिससे ग्रामीण बच्चों को भी बेहतर शिक्षा का अवसर मिलेगा।साथ ही, मौसम विभाग ने जानकारी दी कि राज्य के कई हिस्सों में हल्की बारिश और बादलों का असर रहने की संभावना है, जिससे किसानों को रबी फसलों की बुवाई में राहत मिलेगी। कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ इस समय विकास, संस्कृति और तकनीकी प्रगति का एक संतुलित मॉडल बनकर उभर रहा है — जहाँ परंपरा और आधुनिकता साथ-साथ चल रही है।






