नई दिल्ली :- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज सुबह अपने परिवार के साथ शालीमार बाग स्थित अपने आवास से उत्तराखंड की आध्यात्मिक यात्रा पर निकलीं हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी उनके कार्यक्रम के अनुसार, वे आज हरिद्वार में गंगा स्नान करेंगी. दिल्ली की मुख्यमंत्री अपनी यात्रा के दौरान एक ‘धर्मशाला’ (सार्वजनिक विश्राम गृह) का उद्घाटन करेंगी. वे कनखल में स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज आश्रम जाएंगी और शाम को वे ऋषिकेश में परमार्थ आश्रम में गंगा आरती में भाग लेंगी.
सीएम बनने के बाद पहली बार परिवार के साथ यात्रा पर :
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद रेखा गुप्ता पहली बार अपने परिवार के साथ वह दिल्ली से बाहर गई हैं. 20 फरवरी को रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, उसके बाद से वह लगातार सरकार के कामकाज को देख रही थी. शनिवार, रविवार या अन्य अवकाश के दिन भी वह मंत्रियों संग बैठक करती रही है और दिल्ली सचिवालय में भी सक्रिय रही है. दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने के 100 दिन होने पर शनिवार को ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में रिपोर्ट कार्ड जारी किया था.
अनुपम खेर ने मुख्यमंत्री से की 100 दिन को लेकर खास बात :
अभिनेता अनुपम खेर ने मुख्यमंत्री से लंबी बातचीत की जिसमें सरकार के कामकाज के बारे में रेखा गुप्ता ने अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि दिल्ली की झुग्गियों में रहने वाली आम जनता लाइफलाइन है. जब तक यह लोग पक्के मकान में शिफ्ट नहीं हो जाते, जहां है वहीं रहेंगे. यह सरकार का वादा है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. 1000 की आबादी पर तीन बेड जरूर होंगे, इस पर सरकार काम कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने तय किया है कि चरणबद्ध तरीके से यमुना की सफाई का काम करना है. महिला सम्मान योजना के तहत ढाई हजार रुपए देने का वादा था और वह सरकार जरूर पूरा करेगी.
शनिवार को अहिल्या बाई होलकर जयंती के आयोजन में लिया भाग :
बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता हरिद्वार रवाना होने से पहले शनिवार शाम को वासुदेव घाट (आईएसबीटी) पर लोकमाता अहिल्या बाई होलकर की जयंती के अवसर पर आयोजित यमुना आरती में भाग लिया था.इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाओं, सामाजिक संगठनों और श्रद्धालुओं की भागीदारी रही. मुख्यमंत्री ने यमुना आरती के माध्यम से नारी शक्ति और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को सम्मान दिया और यमुना नदी के संरक्षण के लिए समाज को जागरूक किया. अहिल्या बाई होलकर न्यायप्रियता, सेवा भावना और नारी नेतृत्व की प्रेरणास्रोत थीं. उन्होंने मालवा में नर्मदा नदी के संरक्षण और घाटों के निर्माण से जो सांस्कृतिक आदर्श स्थापित किए, वे आज भी प्रासंगिक हैं.
यमुना की स्वच्छता और पुनरुद्धार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता :
दिल्ली सरकार भी उन्हीं मूल्यों से प्रेरित होकर मां यमुना की स्वच्छता और पुनरुद्धार को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने बताया कि सौ दिन पहले भी हम मां यमुना के इस पावन तट पर आरती करते हुए उनके चरणों में स्वच्छता का संकल्प लेकर खड़े हुए थे. सौ दिन बाद एक बार फिर मैं यहीं खड़ी हूं, लेकिन इस बार एक मजबूत विश्वास के साथ कि यमुना की स्वच्छता के लिए हमारी सरकार ने ठोस और निर्णायक कदम आगे बढ़ाए हैं. ऐसे कदम, जो वास्तव में आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होंगे. मुख्यमंत्री ने आगे बताया की इसके अतिरिक्त यमुना एक्शन प्लान के तहत आधुनिक हाईटेक मशीनों, स्किमर और जलकुंभी हटाने वाली तकनीकों का इस्तेमाल कर कचरा निकाला जा रहा है.
नदियों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए चलाया जा रहा अभियान :
नदियों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए विभिन्न मिशनों के माध्यम से जो अभियान देशभर में चल रहे है. दिल्ली सरकार उसी भावना से यमुना नदी के पुनरुद्धार के लिए ‘मिशन क्लीन यमुना’ चला रही है.उन्होंने आगे कहा कि यमुना केवल एक नदी नहीं, बल्कि हमारी सभ्यता की जीवनरेखा है और उसका संरक्षण हम सबकी साझा जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री ने आरती में दीप प्रज्वलित कर मां यमुना को नमन किया और जनता से आह्वान किया कि सभी यमुना को स्वच्छ, सुंदर और पवित्र बनाए रखने के संकल्प में सरकार के भागीदार बनें.