
छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में सड़क हादसे में पुलिस आरक्षक की मौत के बाद अब हंगामा शुरू हो गया है। गुस्साए लोगों ने शव रखकर चक्काजाम किया है। गुस्साए लोगों की मांग है कि मृतक पुलिसकर्मी के परिवार को मुआवजा मिले और आरोपी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई हो। मामला गौरेला थाना क्षेत्र का है।
रोड रोलर की चपेट में आने से पुलिस आरक्षक कोमल जंघेल की मौत हो गई थी। घटना के वक्त कोमल अपने निजी काम से फोटो कॉपी कराने के लिए गौरेला, मेन रोड दुर्गावती चौक तरफ आया था। वह चौक में खड़ा था। इस दौरान अचानक करीब 3.45 बजे एक बेकाबू रोड रोलर वहां पहुंचा, अमूमन बहुत धीरे चलने वाले रोलर की गति तेज थी और इसे चला रहा युवक इसे नियंत्रित नहीं कर पा रहा था।
सबसे पहले अनियंत्रित रोड रोलर ने पूर्व सरपंच रोहित को चपेट में लिया, जिससे उसका पैर टूट गया। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही चालक ने आरक्षक कोमल के ऊपर रोलर चढ़ा दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। बताया गया कि कांग्रेस नेता कन्हैयालाल अग्रवाल का बेटा नवीन अग्रवाल का ये रोड रोलर था। जिसकी चपेट में पुलिसकर्मी आया था।.
25 लाख रुपए मुआवजे की मांग
घटना के बाद से ही लोगों में नाराजगी थी। यही वजह रही कि रविवार को लोगों का गुस्सा फूट गया। गुस्साए लोगों ने अब पॉवर हाउस चौक के पास सुबह 11.30 बजे से चक्काजाम किया हुआ है। विरोध में टायर भी जलाए गए हैं। लोगों का कहना है कि मृतक पुलिसकर्मी को शहीद का दर्जा मिले। परिजनों को 25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए।
लोगों का ये भी कहना है कि घटना के इतना समय बीत जाने के बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं आया। प्रशासन की तरफ से भी कोई पहल नहीं की जा रही। इसी वजह से हमें रोड पर उतरना पड़ा। आस-पास के लोगों ने इस मामले में कांग्रेस नेता के ठेकेदार बेटे के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि उनकी मांग जब तक पूरी नहीं होती प्रदर्शन जारी रहेगा। फिलहाल मौके पर एडिशनल एसपी अर्चना झा पहुंची हुई है। लोगों को और परिजनों को समझाने का प्रयास जारी है।
बिलखते हुए मां बोली-अब मैं किसके सहारे जिऊंगी
इधर, घटना के बाद से ही पुलिस आरक्षक कोमल जंघेल के घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रदर्शन में कोमल की मां मीना बाई भी शामिल हुई हैं। उनका कहना है कि मेरा एक ही बेटा था। अब मैं किसके सहारे जिऊंगी। मेरा सब कुछ खत्म हो गया। मीना बाई ने बताया कि सब लोग जानते हैं कि मैंने लोगों के घर में बर्तन मांज-मांजकर उसे पढाया था। अब वो ही इस दुनिया में नहीं रह गया। लोगों ने बताया कि कोमल की एक 3 साल की छोटी बेटी भी थी।