
उत्तराखंड: मकर संक्रांति के दिन होने वाले स्नान पर इस बार प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिला प्रशासन ने हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों तक श्रद्धालु न पहुंच पाएं इसके लिए रात बारह बजे से सभी रास्तों को सील कर दिया है. इसके अलावा पूरे मेला क्षेत्र को चार जोन और आठ सेक्टरों में बांटकर अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है. बाहरी राज्यों और जिलों से स्नान के लिए आने वालों को रोकने पुलिस जिले की सीमाओं पर गुरुवार से ही सख्ती करनी शुरू कर दी थी. इसके बाद भी हजारों श्रद्धालु हरकी पैड़ी और अन्य घाटों तक पहुंच गए थे. श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान और पूजन किया. शाम को पांच बजे तक कोविड नियमों की अनदेखी कर स्नान हुआ. हालांकि, पुलिस ने मकर संक्रांति पर स्नान रोकने के लिए हरकी पैड़ी क्षेत्र में बैरियर लगाकर जीरो जोन घोषित कर दिया है. हरिद्वार में कोविड केस तेजी से बढ़ रहे हैं. एक जनवरी से अब तक जिले में 2187 संक्रमित मिल चुके हैं. बीते 13 दिनों में गुरुवार को ही सर्वाधिक 429 मरीज मिले हैं. बता दें कि हर साल मकर संक्रांति पर हरकी पैड़ी पर लाखों लोगों की भीड़ स्नान करने के लिए उमड़ती है. बीते साल भी कोरोनाकाल में पांच लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया था, लेकिन इस बार जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति से तीन दिन पहले ही स्नान पर रोक लगा दी है.