शशिभूषण सोनी
बसंत पंचमी के दिन रामनाम संकीर्तन करने महिलाएं आगे आई ,
सीताराम धुनी रटकर महिलाएं शोभायात्रा कर संकीर्तन गाई ।
शास्त्रों और पुराणों के अनुसार एक बार गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण से उन्हें पति रूप में पाने की इच्छा प्रकट की । भगवान् श्रीकृष्ण ने गोपियों की इस कामना को पूरी करने का वचन भी दिया । अपने वचन को पूरा करने के लिए भगवान् ने महारास का आयोजन किया । इसके लिए शरद पूर्णिमा की रात्रि को यमुना तट पर गोपियों को मिलने के लिए बुलाया । आखिरकार सभी गोपियां सज-धज कर नियत समय पर यमुना तट पर पहुँच गईं । इसके बाद भगवान ने रास आरंभ किया ।
माना जाता है कि वृंदावन स्थित निधिवन ही वह स्थान हैं , जहाँ श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था । दूसरा महारास लीला बसंत ऋतु के पावन पर्व पर मानसी महिला मानस मंडली , सोनार पारा चांपा की महिलाओं ने वयोवृद्ध धार्मिक भावनाओं से परिपूर्ण बाबूराम सोनी के निर्देशन में जगन्नाथ मठ मंदिर में एक दिवसीय आयोजन के लिए भव्य शोभायात्रा निकाली गई । रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर जीवंत प्रसंगों पर झांकियां भी सजाई गई , जिसे श्रोताओं और दर्शकों ने खूब सराहा । मंचीय आयोजनों के माध्यम से यह कार्यक्रम दिनांक 05 फरवरी , 2022 से 06 फरवरी 2022 तक जगन्नाथ बड़े मठ मंदिर परिसर में आयोजित किया गया हैं । इस दौरान भगवान श्रीरामचन्द्र-जी, कृष्णचंद्र जी, रामायण- महाभारत, श्रीमद्भागवत पुराण में लिखी गई कथा को मंचीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने के लिए हर नाट्य मंडली को आमंत्रित किया गया हैं । स्वर्णकार मानसी महिला मानस मंडली, चांपा के तहत् यह आयोजन किया जा रहा हैं।
आचार्य पंडित शीतल प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि पिछले बारह साल से प्रतिवर्ष इस संकीर्तन सप्ताह में असंख्य महिला-पुरुष और बच्ची संकीर्तन करती भाग लेती हैं । रामनाम का संकीर्तन हर मनुष्य को करना चाहिए । रामनाम के पात्रों से अच्छे आचरण मिलती रहें , स्वर्णकार मानसी महिला मानस मंडली के माध्यम से यह मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को जोड़ा गया हैं ।
प्रगतिशील स्वर्ण एवं रजत समिति के सचिव शशिभूषण सोनी ने बताया कि प्रभु श्रीराम के जाप से हमें सुसंस्कार और सद्ज्ञान की प्राप्ति होती हैं । सीताराम के नाम उच्चारण मात्र से ही मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं । जीवन में सकारात्मक सोच रखने वाली स्वर्णकार समाज की मानसी मानस महिला मंडली , सोनार पारा , चांपा की महिलाओं का यह आयोजन सत्संग की ओर ले जाने वाला हैं। ' रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम ' की घुन के साथ रामनाम महायज्ञ का शोभायात्रा के साथ शुभारंभ से नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया । अनवरत यात्रा के बारहवें वर्ष में कोविड-19 के पुनः बढ़ने और शासन के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 2022 में यह आयोजन एक दिवसीय किया जा रहा हैं । आज निकाली गई भव्य शोभायात्रा में श्रीमति सरोजनी सोनी, रुक्मिणी, रागिनी,शांति, सुभद्रा , शकुन्तला, सरस्वती , रामबाई लक्ष्मीन , सीता सरोजिनी , गोदावरी , अन्नपूर्णा,ज्योति,राजकुमारी, शशिप्रभा, शशिकांति , उषा देवी , संतोषी , भगवती , उर्मिला , आरती देवी, अधिवक्ता महावीर प्रसाद, संतोष कुमार , मधुसूदन , बसंत, संतोष कुमार , सत्यनारायण , शिवराम , कन्हैया , जीतू , रतन , शशिभूषण सोनी , द्धारिका प्रसाद , कान्हा, संभव , राज , शरद कुमार सहित अन्य श्रद्धालु शोभायात्रा में उपस्थित रहे ।
