
रायपुर Raipur : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। मरकाम ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पद की मर्यादा तार तार कर जो महाझूठ बोला है, भारतीय इतिहास में पहली बार ऐसा शर्मनाक वाकया हुआ है। कोई प्रधानमंत्री बजट सत्र में अपनी उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर बात करने की बजाय कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों की खामियां गिनाने में लगा रहा। मोदी थोड़े भी संवेदनशील अगर होते तो महामारी काल में मारे गए लाखों गरीब-मजदूरों और बेरोजगार हो चुके लोगों से माफी मांगते।
पहली बार देश ने बजट सत्र में अपने प्रधानमंत्री को गंभीर और सार्थक बातें करते हुए देखने के बजाय मस्करी करते हुए देखा। वह संसद के इतिहास में दर्ज हो गया कि कोरोना की पहली लहर में देश के गरीब मजदूर को मरने के लिए छोड़ देने वाले मोदी किस हद तक नीचे उतर सकते हैं।मरकाम ने कहा है कि जब देश में कोरोना आया भी नहीं था, तब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को चेताया था, लेकिन लोकतंत्र में कोई आस्था नहीं रखने वाले मोदी ने मनमर्जी की और देश को कोरोना संकट के हवाले कर दिया।
प्रधानमंत्री की गलत नीतियों की वजह से कोरोना ने कोहराम मचाया तब भी मोदी की नींद नहीं टूटी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ऐसी कोई गाइडलाइंस नहीं दी थी कि जो जहां है, वहीं रहे। इसके बावजूद मोदी ने एकाएक लॉकडाउन लगा दिया। लाखों मजदूर फंस गए और उनके लिए मोदी ने कोई इंतजाम नहीं किया और अब अपने पाप पर परदा डालने के लिए बेशर्मी से आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस ने मुंबई स्टेशन के बाहर मजदूरों को लॉकडाउन तोड़ने के लिए भड़काया। वे यह भी कह बैठे कि कांग्रेस ने मुफ्त में टिकट दी। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या अपने घर के लिए पैदल रवाना हुए मजदूरों को, रेल पटरियों पर चल रहे मजदूरों को पैदल चलने की टिकट भी कांग्रेस ने दी थी?