भारत से लाखों की संख्या में छात्र पढ़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाते हैं. लाखों भारतीय ऑस्ट्रेलिया में रहकर वहां काम करते हैं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया सरकार के एक फैसले से भारतीय छात्रों की परेशानी बढ़ने वाली है।
ऑस्ट्रेलिया अपने वीजा और प्रवासन नियमों को कड़ा कर रहा है जिससे भारत में चिंताएं बढ़ गई हैं. ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय छात्रों और कम-कुशल श्रमिकों के लिए वीजा नियमों को कड़ा कर रहा है. इस कदम का उद्देश्य अगले दो सालों में ऑस्ट्रेलिया में प्रवासियों की संख्या को आधा करना है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नई नीतियों के तहत, अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अंग्रेजी परीक्षाओं में उच्च रेटिंग प्राप्त करने की जरूरत होगी. इसके साथ ही जो छात्र ऑस्ट्रेलिया में लंबे वक्त के लिए रहना चाहते हैं, दूसरी बार वीजा अप्लाई करने पर उसकी गहनता से जांच होगी।
ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री क्लेयल ओ’नील ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘हमारी रणनीति बढ़ती प्रवासन संख्या को वापस से सामान्य कर देगी. लेकिन यह सिर्फ प्रवासन की संख्या को लेकर नहीं है बल्कि यह ऑस्ट्रेलिया के भविष्य के बारे में है।