लंदन : एक शोध से यह बात सामने आई है कि 12 सप्ताह तक चुकंदर का रस लेने से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित लोगों में सुधार हुआ है। सीओपीडी एक गंभीर फेफड़ों की स्थिति है जो दुनिया भर में लगभग 400 मिलियन लोगों को प्रभावित करती है, जिसमें क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और वातस्फीति है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है और लोगों की शारीरिक गतिविधि की क्षमता गंभीर रूप से सीमित हो जाती है।
इससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। यूरोपियन रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित नए शोध में एक केंद्रित चुकंदर के रस के पूरक का परीक्षण किया गया, जिसमें चुकंदर के रस के मुकाबले नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो दिखने और स्वाद में समान था। लेकिन, नाइट्रेट हटा दिया गया था।