बीजापुर:- चार दशकों से बस्तर में काबिज माओवाद के खात्मे के लिए केंद्रीय मंत्री अमित शाह की मार्च 2026 की डेडलाइन के बाद बीजापुर में अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया गया. 21 दिनों तक चले इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों के जवानों ने 31 नक्सलियों को ढेर किया. जिनमें 1 करोड़ 72 लाख रुपये के इनामी माओवादी शामिल है.
21 अप्रैल को छत्तीसगढ़ और तेलंगाना राज्य के सीमावर्ती इलाके में मौजूद कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर जवानों ने एक ऑपरेशन लॉन्च किया. इस ऑपरेशन का नाम ब्लैक फॉरेस्ट रखा गया. इस नाम के पीछे का कारण इस पहाड़ की काली मिट्टी और घना जंगल है. यह ऑपरेशन 21 अप्रैल से 11 मई 21 दिनों तक चला. इस ऑपरेशन में माओवादियों और जवानों के बीच अलग अलग जगहों पर कई मुठभेड़ें हुई.
1 करोड़ 72 लाख के इनामी 31 नक्सली ढेर, 18 जवान घायल: इस मुठभेड़ में 31 माओवादियों को जवानों ने मार गिराया. इसके अलावा इस पूरे इलाके में माओवादियों के बिछाए गए IED ब्लास्ट में 18 जवान घायल हो गए. मारे गए सभी माओवादियों में 28 माओवादियों की पहचान कर ली गई है. इनमें 1 करोड़ 72 लाख रुपये के इनामी माओवादी शामिल हैं. इस पूरे अभियान में जवानों ने 35 से ज्यादा ऑटोमेटिक हथियार व सेमी ऑटोमेटिक व कंट्रीब्यूटर हथियार बरामद किया है.
नक्सली कर रहे मेगा स्नाइपर हथियार का इस्तेमाल: पहली बार जवानों ने मेगा स्नाइपर हथियार व उनके कारतूस बरामद किया है. इसके अलावा BGL सेल के बड़े आकार व उसके लॉन्चर भी बरामद किए गए हैं. जिसे पुलिस बड़ी सफलता मान रही है.
कर्रेगुट्टा पहाड़ी के चारों तरफ नक्सलियों ने बिछा रखा था IED: वहीं 450 IED बरामद करके मौके पर नष्ट किया है. साथ ही 214 माओवादी ठिकानों व बंकरों को नष्ट किया है. वहीं 4 बड़े टेक्निकल इकाइयों को जवानों ने बरामद करके नष्ट किया है. जहां माओवादी हथियार बनाया करते थे. इसके साथ ही कई जनरेटर भी बरामद किया गया.
नक्सलियों के पास मिला राशन का स्टॉक: 12 हजार क्विंटल राशन सामग्री, सिलाई मशीनें, बर्तन व अन्य दैनिक उपयोग सामग्रियों को भी बरामद करके नष्ट किया गया. जवानों ने नक्सल साहित्य, प्रिंटर, हैंड ग्रेनेड, डेटोनेटर, कोडेक्स वायर, वर्दी, पिट्ठू, दवाइयां सहित अन्य सामग्री बरामद किया गया है.