9 नवंबर 2025 को छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का दिन साबित हुआ। राज्य के युवा खिलाड़ियों ने 27वीं सब-जूनियर नेशनल फेंसिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए एक रजत (सिल्वर) और दो कांस्य (ब्रॉन्ज) पदक अपने नाम किए। यह प्रतियोगिता मणिपुर की राजधानी इम्फाल में आयोजित की गई थी, जहाँ देशभर से 25 से अधिक राज्यों के करीब 400 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।छत्तीसगढ़ की टीम ने इस टूर्नामेंट में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। टीम के खिलाड़ियों में से रायपुर की अनन्या ठाकुर ने फ्लोरेस्ट स्टाइल में रजत पदक जीता, जबकि बिलासपुर के निखिल पटेल और दुर्ग की सृष्टि वर्मा ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इन खिलाड़ियों ने अपने वर्ग में कई दिग्गज राज्यों के खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर दी।छत्तीसगढ़ फेंसिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष शशांक तिवारी ने बताया कि राज्य में अब फेंसिंग को लेकर युवाओं में उत्साह बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “हमने पिछले दो वर्षों में कोचिंग कैंप्स, जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं और प्रतिभा खोज कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया है। आज हमारे खिलाड़ी पूरे देश में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं।”खिलाड़ियों की सफलता का श्रेय उनके समर्पण और नियमित प्रशिक्षण को भी दिया जा रहा है। रायपुर और दुर्ग में स्थापित फेंसिंग प्रशिक्षण केंद्रों में खिलाड़ियों को आधुनिक उपकरणों और कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। प्रशिक्षक संदीप मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार और खेल विभाग के सहयोग से अब छत्तीसगढ़ में फेंसिंग जैसे खेलों को भी पहचान मिल रही है, जो पहले बड़े शहरों तक सीमित थे।मुख्यमंत्री विश्वेश्वर भगत ने खिलाड़ियों की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, “छत्तीसगढ़ के युवा अब खेल के हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं। सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के बच्चों को खेल के समान अवसर मिलें।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार मेडल विजेताओं को विशेष प्रोत्साहन राशि और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए सहायता उपलब्ध कराएगी।यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत गौरव की प्रतीक है बल्कि यह राज्य में खेल संस्कृति के मजबूत होते आधार को भी दर्शाती है। छत्तीसगढ़ के खेल विभाग द्वारा शुरू की गई नई योजनाएं जैसे “खेलो छत्तीसगढ़ मिशन” और “युवा प्रतिभा प्रोत्साहन योजना” का प्रभाव अब साफ दिखने लगा है।






