चीन अपनी चालबाजियों से बाज नहीं आ रहा है। भारत-चीन बॉर्डर (India-China Border) पर ड्रैगन ने एक बार फिर नापाक हरकत की है। चीन ने लद्दाख से सटे सीमावर्ती इलाके में दो नए कस्बे (जिलों) की स्थापना का ऐलान किया है। चीन के इस ऐलान पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है। भारत ने कूटनीतिक माध्यमों से चीन के खिलाफ औपचारिक विरोध दर्ज कराया गया है। चीन की इस कारिस्तानी की जानकारी संसद में खुद मोदी सरकार ने दी है।भ्रष्टाचारी जज ‘जस्टिस यशवंत वर्मा’: सुप्रीम कोर्ट ने वर्मा के घर के अंदर का वीडियो जारी किया, 4-5 बोरियों में 500-500 के अधजले नोट मिले थे, देखें वीडियोविदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि भारत सरकार ने इस क्षेत्र में भारतीय भू-भाग पर अवैध चीनी कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है। नए काउंटी बनाने से न तो इस क्षेत्र पर भारत की संप्रभुता के बारे में भारत की दीर्घकालिक और सुसंगत स्थिति पर कोई असर पड़ेगा न ही चीन के अवैध और जबरन कब्जे को वैधता मिलेगी।
इधर कांग्रेस का बीजेपी पर हमलाउन्होंने कहा कि सरकार ने “राजनयिक माध्यमों से इन घटनाक्रमों पर अपना गंभीर विरोध दर्ज कराया है”। मंत्रालय से पूछा गया कि क्या सरकार को “लद्दाख में भारतीय क्षेत्र को शामिल करते हुए हॉटन प्रान्त में चीन द्वारा दो नए काउंटी स्थापित करने” की जानकारी है, यदि हां, तो इस मुद्दे को हल करने के लिए सरकार द्वारा क्या रणनीतिक और कूटनीतिक उपाय किए गए हैं?प्रश्न में “इन काउंटी के निर्माण” के खिलाफ भारत द्वारा दर्ज किए गए विरोधों का विवरण और चीनी सरकार से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के बारे में भी पूछा गया। यह भी पूछा गया कि क्या सरकार ने “अक्साई चिन क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रशासनिक और बुनियादी ढांचे के विकास का मुकाबला करने” के लिए कोई दीर्घकालिक रणनीति बनाई है।
सवाल का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री ने कहा, “भारत सरकार चीन के होटन प्रान्त में तथाकथित दो नए काउंटी की स्थापना से संबंधित चीनी पक्ष की घोषणा से अवगत है। इन तथाकथित काउंटी के अधिकार क्षेत्र के कुछ हिस्से भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में आते हैं।” सरकार को यह भी पता है कि चीन “सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है।Gmail भी AI सर्च इंजन से होगी लैस, ये काम हो जाएगा आसानचीन ने दिसंबर में दो नई काउंटी बनाने का ऐलान किया थाबता दें कि चीन ने पिछले साल दिसंबर में होतान प्रांत में दो नई काउंटी हेआन और हेकांग बनाने का ऐलान किया था। तब भारत ने साफ-साफ कहा था इन काउंटियों में मौजूद कुछ इलाके भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का हिस्सा हैं और चीन का दावा पूरी तरह से अवैध है।
तब चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर एक डैम बनाने की भी घोषणा की थी। इस पर भी भारत ने आपत्ति जताई थी।‘पीठ में छुरा घोंपने वालों से कोई संबंध नहीं…,’ शरद पवार ने भतीजे अजित से की मुलाकात तो आगबबूला हुए संजय राउतचीन की काउंटी भारत में नगरपालिका जैसीलद्दाख के करीब शिनजियान में होतान इलाके में 2 नई काउंटी बनाई गई हैं।चीन में काउंटी एक प्रशासनिक इकाई है। इसे ‘श्येन’ कहा जाता है।काउंटी नगर पालिकाओं के नीचे की यूनिट है, इसे कस्बा कहा जा सकता है।किसी काउंटी में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र आ सकते हैं।