नई दिल्ली : आचार्य चाणक्य ने एक नीति शास्त्र की रचना की है, जिसमें उन्होंने मनुष्य के जीवन से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया है। इस नीति शास्त्र में उन सभी बातों का उल्लेख हैं, जो आज भी युवाओं का मार्गदर्शित करती हैं। चाणक्य के अनुसार व्यक्ति का आत्मसम्मान ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। हालांकि चाणक्य नीति में इस बात का भी जिक्र है कि, इंसान की आदतों पर ही उसका सम्मान निर्भर करता है। यदि किसी व्यक्ति की आदतें खराब होती हैं, तो वह जीवन में कई परेशानियों का सामना करता है। साथ ही ऐसे लोगों को भविष्य में आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ता है। यदि आप सम्मान पाना चाहते हैं, तो सबसे पहले दूसरों का सम्मान करें। लेकिन कई बार व्यक्ति के अंदर कुछ ऐसी भी आदतें होती हैं, जिसकी वजह से उसे समाज में हमेशा शर्मिंदा होना पड़ता है। साथ ही करियर में भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। आइए उन आदतों के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
झूठ बोलना
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए। ऐसा करने से लोग उन पर भरोसा नहीं करते हैं। इसके अलावा झूठ बोलने से आप अपना मान-सम्मान भी खो देते हैं। इसलिए भूलकर भी झूठ का सहारा न लें।
किसी की बुराई न करें
दूसरों की बुराई करना बहुत गलत आदत है। ऐसा करने से व्यक्ति खुद की कमियां भूल जाता है और दूसरों की कमियां देखने लगता है। ऐसे लोगों को समाज में भी सम्मान नहीं मिलता। साथ ही समाज के लोग ऐसे व्यक्तियों से दूरियां बनाने लग जाते हैं। इसलिए भूलकर भी किसी की बुराई न करें।
लालच
‘लालच बुरी बला’ ये कहावत तो सभी ने सुनी होगी। ये कहावत सभी को इसलिए सुनाई जाती हैं क्योंकि लालच में इंसान सब कुछ गवा देता है। लालच करने से इंसान के सभी गुणों का महत्व भी खत्म हो जाता है। चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को हमेशा मेहनत से धन कमाना चाहिए। कुछ लोग लालच के चक्कर में आकर अक्सर छल कपट से धन कमाते हैं। इसलिए ऐसा न करें।
गंदी तरह से रहना
चाणक्य नीति के अनुसार गंदी तरह से रहने पर व्यक्ति के पास नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही उसके पास लक्ष्मी का ठहराव नहीं होता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा अपने आस-पास साफ सफाई रखनी चाहिए।
आलस दिखाना
चाणक्य के अनुसार, जिन लोगों में आलस होता है वह कभी भी धन जमा नहीं कर पाते। ऐसे लोग आलस के चलते धन लाभ के कई मौके भी गंवा देते हैं। जिससे उन्हें भविष्य में समस्याएं झेलनी पड़ती है।