छत्तीसगढ़:– क्रिसिल इंटेलिजेंस की फ्रेश रिपोर्ट के अनुसार जीएसटी की दरों में कटौती के कारण इस वित्त वर्ष में भारतीय कंपनियों का रेवेन्यू 6-7 फीसदी बढ़ने की संभावना है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि जीएसटी सिस्टम में मुनाफाखोरी-रोधी नियम कंपनियों के प्रॉफिट मार्जिन में बड़ी वृद्धि को रोक सकते हैं. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि जीएसटी में कटौती का कंजंप्शन पर पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ेगा, जो कॉर्पोरेट रेवेन्यू का 15 प्रतिशत है. कंपनी ने आगे कहा कि कटौती का समय उपयुक्त है. यह कटौती मौजूदा वैश्विक अनिश्चितता के दौरान और भारत के त्योहारों और शादियों के मौसम के बीच देखने को मिली है. इस मौके पर खर्च बढ़ जाता है.
रिपोर्ट के अनुसार, नई जीएसटी दरें फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ऑटोमोबाइल जैसे सेक्टर्स के प्रोडक्ट्स की कीमतों को कम करेंगी. एफएमसीजी, ड्यूरेबल्स और ऑटोमोबाइल में इसका सीधा असर होगा, जबकि निर्माण जैसे कुछ अन्य सेक्टर्स पर इसका प्रभाव देखने लायक होगा. रेटिंग एजेंसी ने विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों पर जीएसटी पुनर्गठन के प्रभाव का अध्ययन किया.
इन सेक्टर्स को भी होगा बड़ा फायदा
एविएशन सेक्टर की बात करें तो इकोनॉमी क्लास के हवाई टिकटों पर 5 फीसदी जीएसटी के साथ कोई बदलाव नहीं किया गया है. प्रीमियम इकोनॉमी, बिजनेस और फर्स्ट क्लास पर जीएसटी को 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 कर दिया गया है. घरेलू एयरलाइनों के रेवेन्यू में इकोनॉमी क्लास का योगदान 92 फीसदी है. बिजनेस और फर्स्ट क्लास के पैसेंजर प्राइस मूल्य-अस्थिर होते हैं, इसलिए, जीएसटी दर में वृद्धि का बहुत कम प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.
ऑटोमोबाइल पर रिपोर्ट में कहा गया है कि 350 सीसी से कम इंजन क्षमता वाले दोपहिया वाहनों, जिनकी बाजार में लगभग 90 प्रतिशत हिस्सेदारी है, पर जीएसटी में कमी से मोटरसाइकिल और स्कूटर दोनों की सामर्थ्य में सुधार के कारण बिक्री में 100-200 बेसिस प्वाइंट का सुधार होना चाहिए.
एग्री इनपुट सेक्टर में जीएसटी कटौती से बिजनेस ऑपरेशंस सुचारू होने और स्पेसिफिक सेक्टर्स में कंज्यूमर डिमांड में वृद्धि होने की उम्मीद है.
प्रमुख कंस्ट्रक्शन मटीरियल्स पर जीएसटी दर में कमी से उनकी कीमतों में कमी आने की उम्मीद है, जिससे कंस्ट्रक्शन सेक्टर को प्रोत्साहन मिलेगा. कीमतों में गिरावट से शहरी और ग्रामीण इंडिविजुअल्स बिल्डिंग् की कंस्ट्रक्शन कॉस्ट कम होगी, जिससे घर के मालिक अपनी बचत को बड़े या संशोधित आवास स्थानों पर खर्च कर सकेंगे.
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की बात करें तो एयर कंडीशनर और टेलीविजन सेट 32 इंच से अधिक की अधिकतम खुदरा कीमतों में 7-8 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है क्योंकि हमें उम्मीद है कि कंपनियां कम दरों का पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाएंगी.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि होटल सेक्टर में, 7,500 रुपए तक के कमरे के किराए पर जीएसटी दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किए जाने की उम्मीद है, जिससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर और वाइडर ट्रैवल और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर को फायदा होगा.