भारत में नवंबर की शुरुआत के साथ ही मौसम का रुख अचानक बदल गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज यानी 3 नवंबर 2025 को एक नई चेतावनी जारी की है, जिसके अनुसार देश के पूर्वी और मध्य भागों में अगले 48 घंटे तक भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से बर्फबारी और ठंडी हवाएँ शुरू होने का अनुमान है।मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में तेज़ गरज-चमक के साथ भारी बारिश दर्ज की गई है। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग जैसे शहरों में सुबह से ही बादल छाए रहे और हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में गरज के साथ बिजली गिरने और तेज़ हवाएँ चलने की संभावना बनी रहेगी।IMD के वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बने एक निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area) के कारण हो रही है, जो धीरे-धीरे पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसका असर ओडिशा और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्य प्रदेश तक देखने को मिल सकता है। उत्तर भारत में सर्दी की दस्तकदूसरी ओर, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों — जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड — में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इससे 3 नवंबर की शाम से ही पहली सीजनल बर्फबारी शुरू होने की संभावना जताई गई है। शिमला, मनाली और गुलमर्ग में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया जा रहा है।दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी ठंडी हवाएँ चलने लगी हैं। मौसम विभाग ने कहा कि आने वाले 3–4 दिनों में रात का तापमान 2–3 डिग्री तक गिर सकता है। जनता को सतर्क रहने की सलाहमौसम विभाग ने किसानों और यात्रियों दोनों को सतर्क रहने की सलाह दी है। किसानों को कहा गया है कि खुले में रखी फसल को ढक दें और जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। वहीं यात्रियों को पहाड़ी मार्गों और निचले इलाकों में यात्रा करते समय सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।इस मौसम परिवर्तन से छत्तीसगढ़ और मध्य भारत में ठंड की शुरुआती दस्तक महसूस होने लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश सर्दियों के पहले दौर का संकेत है, जिससे नवंबर के दूसरे सप्ताह तक तापमान में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।





