*महाराष्ट्र:-* मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल ने एकबार फिर से बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ”अगर आने वाले महीनों में मराठा आरक्षण का मुद्दा नहीं सुलझा तो मैं 4 जून से एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठूंगा. हमें राज्य सरकार ने गुमराह किया है. महायुति ने हमें मराठा आरक्षण नहीं दिया है. जब महा विकास अघाड़ी सत्ता में थी, तब उन्होंने मराठा आरक्षण के लिए कुछ नहीं कियालोकसभा चुनाव लड़ेंगे मनोज जरांगे?पत्रकारों से बात करते हुए, मराठा कार्यकर्ता ने वर्तमान राज्य सरकार महायुति गठबंधन के साथ-साथ सत्ता में पिछली महा विकास अघाड़ी के नेतृत्व वाली सरकार पर भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने महायुति सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने आरक्षण पर महत्वपूर्ण फैसले सात महीने के लिए स्थगित करके मराठा समुदाय को धोखा दिया है.इसके अलावा, आगामी चुनावों में चुनाव लड़ने की योजना के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए, पाटिल ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव मैदान से दूर रहने का फैसला किया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर मराठा समुदाय के सदस्यों को 6 जून तक आरक्षण प्रदान नहीं किया गया तो वे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, “हमारी मां-बहनें सड़क पर हैं; मैं कोई चुनाव नहीं लड़ रहा हूं, लेकिन हमारा समुदाय इस सरकार को अपने वोटों से जवाब देगा. हमने उन्हें सात महीने का समय दिया था, लेकिन उन्होंने वह नहीं किया जो हम चाहते थे. मराठा कार्यकर्ताओं के खिलाफ अभी भी मामले दर्ज किए जा रहे हैं.यहां बता दें, आज से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मनोज जरांगे की मराठा आरक्षण की मांगों को मान लिया था. सीएम एकनाथ शिंदे ने हाल ही में मराठा समुदाय के लिए 10 फीसदी आरक्षण को मंजूरी दी है.