मथुरा : होली एक ऐसा त्योहार है, जिसका इंतजार लोग सालभर करते हैं। ये त्योहार भाईचारे, आपसी प्यार और सद्भाव को भी बढ़ावा देता है। हर साल फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।
वैसे तो होली का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन उत्तर प्रदेश के ब्रज में इसका अलग ही उत्सव देखने को मिलता है। मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, गोकुल, नंदगांव और बरसाना में काफी धूमधाम से होली मनाई जाती है।
ब्रज में पूरे 40 दिन होली का त्योहार अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। ऐसे में लोग दूर-दूर से यहां होली खेलने आते हैं। अगर आप भी इस बार मथुरा-वृंदावन में होली खेलने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें।
सही दिन चुनें
अगर आपको वृंदावन की असली होली देखनी है तो रंगभरी एकादशी को यहां जरूर जाएं। इस दिन काफी धूमधाम से हर गली-मोहल्ले में होली का त्योहार मनाया जाता है। यहां आपको सिर्फ गुलाल ही नहीं बल्कि पानी वाले रंग से भी लोग होली खेलते दिखेंगे।
पहले से करें बुकिंग
ब्रज में होली के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। ऐसे में अगर आप जाने का प्लान कर रहे हैं, तो अपने होटल की बुकिंग पहले से करा लें। हो सकता है कि भीड़ के कारण यहां जाकर आपको होटल खाली ही न मिलें।
कपड़ों का रखें ध्यान
होली खेलने के लिए अपने कपड़ों का खास ध्यान रखें। अगर आपके कपड़े आरामदायक नहीं होंगे तो भीड़-भाड़ वाली जगहों पर आपको परेशानी हो सकती है।
खाने की चीजें लेकर जाएं साथ
होली पर ज्यादा भीड़ की वजह से हो सकता है कि आपको होटलों में खाने के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़े। ऐसे में ध्यान रखें कि, कुछ खाने की चीजें आपके पास रखी रहें, ताकि आपको भूखा न रहना पड़े।
महंगी चीजों को लेकर जाने से बचें
ब्रज की होली में लोग दूर-दूर से आते हैं। ऐसे में मंदिरों में काफी भीड़ होती है। इसलिए कोशिश करें कि अपने साथ महंगी चीजें लेकर होली खेलने न निकलें। गले में अगर चेन बगैरह पहनें हैं तो उसे भी उतार कर रख जाएं।