नई दिल्ली — भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार V. Anantha Nageswaran ने आज घोषणा की है कि वित्त वर्ष 2026 में देश की आर्थिक वृद्धि दर (GDP Growth) 6.8 % से अधिक रह सकती है। उन्होंने बताया कि इस तेजी में प्रमुख योगदान करेगा – चालित घरेलू खपत, जीएसटी दरों में कटौती, तथा आयकर राहत जैसे कदम। एन एज सलाहकार ने कहा कि पहले आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान 6.3–6.8 % था, लेकिन अब उन्हें यह दृढ़ विश्वास है कि यह सीमा पार कर सकती है। उन्होंने कहा, “मैं अब 6.8 % के ऊपर की संख्या को देखते हुए सहज महसूस कर रहा हूँ।” उन्होंने यह भी बताया कि पहली तिमाही में (Q1 FY26) भारत की अर्थव्यवस्था ने 7.8 % की वृद्धि दर्ज की है, जिसका श्रेय कृषि-सेवा क्षेत्र की मजबूती और विक्रय-मांग में बढ़ोत्तरी को दिया गया है। विश्लेषकों के अनुसार इस सकारात्मक रुझान के पीछे ये मुख्य कारण हैं:सितंबर 2025 में लागू जीएसटी दरों में कटौती, जिससे उपभोक्ता खर्चा और क्रय-शक्ति को बढ़ावा मिला। आयकर राहत-उपायों से आम-जन की जेब में अधिक पैसा आया, जिससे घरेलू खपत में इजाफा हुआ। निर्यात-और-अंतरराष्ट्रीय व्यापार में सुधार की ओर संकेत, विशेषकर अमेरिका-भारत वाणिज्यिक चर्चा की प्रगति के चलते।






