नई दिल्ली : राधानी दिल्ली में मौसम विभाग ने बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। बीते शनिवार से दक्षिण पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद बारिश होने की संभावना है। इससे लोगों को गर्मी से फौरी राहत मिलेगी।
आसमान से बरसती आग का कहर दिल्ली ही नहीं उत्तर भारत पर देखने को मिल रहा है। नौतपा खत्म होने के साथ ही कई राज्यों में बारिश की खबर से राहत की उम्मीद नजर आई है। राजधानी दिल्ली में मौसम विभाग ने बारिश का यलो अलर्ट जारी कर दिया है। मौमस विभाग की माने तो दो जून को राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है। बीते दो दिनों में दिल्ली-एनसीआर में हल्के बादलों के साथ बूंदाबादी और बरसात भी हुई। जिससे मौसम ने करवट ले ली है।
एक जून को दिल्ली में इतना बढ़ा पारा
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, एक जून को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक के साथ 44.2 दर्ज किया गया। इससे पहले 2019 में अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री रहा था। वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नरेला में 43 के पार पहुंचा तापमान
मौसम विभाग के मुताबिक नरेला इलाका सर्वाधिक गर्म रहा। यहां अधिकतम 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। पूसा में 45.2, नजफगढ़ में 44.6, जाफरपुर में 44.5, पीतमपुरा में 44.7, पालम में 44.1 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा।
मुंगेशपुर में इस वजह से टूटा तापमान का रिकॉर्ड
29 मई को मुंगेशपुर में मौसम विभाग का सेंसर खराब होने से तापमान की रीडिंग गलत दर्ज हो गई थी। ऐसे में आईएमडी ने इसे लेकर बयान जारी किया है कि स्वचालित मौसम स्टेशन ने अधिकतम तापमान की सूचना दी थी, जो बीते दिनों के तापमान की तुलना में बहुत अधिक था।
इससे मौसम विभाग ने असामान्य तापमान की गहन जांच व समीक्षा की है। यहां का अधिकतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस अधिक रिपोर्ट किया था, जो मानक उपकरण द्वारा बताए गए, अधिकतम तापमान से अधिक तापमान है। दिल्ली में विभागीय मैनुअल सतह वेध शालाओं ने कोई महत्वपूर्ण अंतर नहीं दिखाया। अधिकतम तापमान खराबी के कारण सही नहीं है। ऐसी त्रुटियों की पुनरावृत्ति से बचने के लिए आईएमडी द्वारा आवश्यक उपचारात्मक उपाय किए जा रहे हैं।
दिल्ली में वायु प्रदूषण
हवा की गति कम होने व दिशा बदलने से शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 245 रहा दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी है। मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार तक हवा खराब श्रेणी में बनी रहेगी। सीपीसीबी के अनुसार एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का सबसे अधिक 373 एक्यूआई रहा जो बेहद खराब श्रेणी है। नोएडा में 256, गाजियाबाद में 222, फरीदाबाद में 212 व गुरुग्राम में 182 एक्यूआई दर्ज किया गया।