नई दिल्ली : लोगों का अंतरिक्ष में जाने का सपना जल्द सच हो सकता है। दरअसल, जापान की कंपनी एक लिफ्ट का निर्माण कर रही है, जो अंतरिक्ष तक जाएगी। वर्तमान समय में विज्ञान और तकनीक इतना विकास कर लिया है कि अब कुछ असंभव नहीं है। स्पेस एलिवेटर बनाने वाली कंपनी का नाम ओबायशी है। कंपनी द्वारा बनाई जा रही लिफ्ट एक रिकॉर्ड समय में इंसान को मंगल ग्रह तक पहुंचा देगी। स्पेस एलिवेटर योजना पर काम कर रही है ओबायशी से जुड़े योजी इशिकावा ने बताया कि फिलहाल कंपनी शोध, रफ डिजाइन, पार्टनर्शिप बिल्डिंग और प्रमोशन काम कर रही है।
उन्होंने बताया कि अभी मंगल ग्रह तक पहुंचने में छह से आठ महीने लगता है, लेकिन वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अंतरिक्ष एलिवेटर से इंसान तीन से चार महीने या यहां तक कि 40 दिनों में अंतरिक्ष में पहुंच सकता है। ओबायशी कॉर्पोरेशन की तरफ से साल 2012 में पहली बार अंतरिक्ष लिफ्ट के लिए अपनी योजना का एलान किया गया था।
जानिए कंपनी क्या है तैयारी?
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि वह साल 2025 में 100 बिलियन डॉलर की परियोजना पर निर्माण का काम शुरू करेगी। कंपनी ने बताया है कि साल 2050 तक लिफ्ट से अंतरिक्ष तक जाने का काम शुरू हो सकता है। हालांकि, योजी इशिकावा मानते हैं कि निर्माण का कार्य अगले साल से शुरू नहीं होगा।
ओबायशी के मुताबिक, सीधा रेखा में चुंबकीय मोटर से चलने वाली रोबोटिक कारों को नवनिर्मित अंतरिक्ष स्टेशन तक लेकर जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि लिफ्ट में इंसानों को सामान के साथ ले जाएगा। लेकिन कुछ विशेषज्ञों ने इस पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि क्या इस तरह की संरचनमा संभव भी है।
पीयर-रिव्यू जर्नल ऑफ साइंस पॉलिसी एंड गवर्नेंस में बीते साल अतंरिक्ष लिफ्ट को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। इस रिपोर्ट को वैज्ञानिक क्रिश्चियन जॉनसन ने प्रकाशित किया था। उनका कहना है कि यह एक अजीबोगरीब का विचार है।
क्या है फायदा?
अगर अंतरिक्ष लिफ्ट का कॉन्सेप्ट सफल हो जाता है, तो यह एक क्रांतिकारी कदम होगा। सबसे खास बात यह है कि इस लिफ्ट से आने-जाने में लगने वाली लागत अंतरिक्ष में पेलोड भेजने की कीमत से भी कम होगी। इसके साथ ही इससे पर्यावरण को भी ज्यादा नुकसान नहीं होगा। माना जा रहा है कि अंतरिक्ष लिफ्ट आने-जाने का सबसे ज्यादा टिकाऊ और किफायती विकल्प साबित हो सकती है।