वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि 5 नवंबर 2025 की रात को भारत समेत विश्व के कई हिस्सों में इस वर्ष का सबसे बड़ा “सूपरमून” दिखेगा। Gujarat Council on Science and Technology (GUJCOST) के अनुसार यह चाँद पृथ्वी के सबसे नज़दीक आएगा — लगभग 3.5 लाख किलोमीटर की दूरी पर — और परिणामस्वरूप चाँद की उपस्थिति सामान्य पूर्ण चाँद की तुलना में लगभग 14 % बड़ी और 30 % अधिक चमकीली होगी। यह घटना चार महीने से चल रहे “सूपरमून सीरीज़” का दूसरा पड़ाव है, जिसमें अक्टूबर 2025 से लेकर जनवरी 2026 तक चार लगातार सूपरमून दिखने की संभावना जताई गई है। भारत में इससे पहले इस तरह की खगोलीय प्रेक्षणों का खासा उत्साह रहता है, और इस बार भी कई खगोल-प्रेमी, स्कूल-वर्ग और विज्ञान केंद्र विशेष ‘मून-व्यूइंग’ कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।विशेष रूप से गुजरात में कई सामुदायिक विज्ञान केंद्रों ने इस रात के लिए विशेष वेदर-अनुकूल स्थानों पर दूरबीन व फ़ोटोग्राफी सेट-अप तैयार किए हैं, ताकि आम नागरिक भी इस खगोलीय चमत्कार को बेहतर तरीके से देख सकें। वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि जितना संभव हो साफ़ खुला आकाश चुनें, यात्रा-व्यवस्था व स्थानीय मौसम की जानकारी देखें क्योंकि बादल इस अनुभव को प्रभावित कर सकते हैं।खगोलशास्त्रियों का कहना है कि इस तरह के “सूपरमून” में चाँद की कक्षा में पृथ्वी के निकट आने के कारण गुरुत्वाकर्षण में हल्की-सी वृद्धि होती है, जिससे ज्वार-भाटे में थोड़ी-सी बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि इस बार ऐसा किसी बड़े प्रभाव के रूप में नहीं दिखने की संभावना है, लेकिन विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि तटवर्ती क्षेत्रों में समुद्री गतिविधियों के दौरान सतर्कता बरतें।






