छंब सेक्टर/अखनूर सेक्टर:- भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के संघर्ष में दोनों देशों की सैन्य ताकत में बड़े अंतर को साफ देखा गया. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था.
सैन्य सटीकता और तकनीकी कौशल के एक शानदार प्रदर्शन में, भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ कई मोर्चों पर देश की तैयारियों और सर्वश्रेष्ठता को उजागर किया है.
अखनूर के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण छंब सेक्टर में भारत की सैन्य ताकत को दुनिया ने देखा जिसके बाद से छंब सेक्टर में अग्रिम चौकियां भारत की सामरिक बढ़त का प्रतीक बन गईं.
इन रणनीतिक स्थानों से, भारतीय सेना ने सेना की मारक क्षमता और सटीकता का प्रदर्शन करते हुए कई पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया. इन स्थानों के दृश्य पूरे देश में गर्व का एहसास कराते हैं. अग्रिम क्षेत्रों में दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए, भारतीय सेना ने एडवांस निगरानी तकनीक का इस्तेमाल किया.
अग्रिम चौकियों पर ‘थर्ड आई’ निगरानी कैमरे लगाए गए थे, जो वीआर (वर्चुअल रियलिटी) इंटरफेस से लैस सर्विलांस रूम को वास्तविक समय का डेटा दिखाते थे. इस तरह के सिस्टम ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की गतिविधियों की निरंतर निगरानी करने और तेजी से टारगेटिंग और रिस्पांस करने में सक्षम बनाया.
आईजीएलए मिसाइल पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और कामिकेज ड्रोन के खिलाफ एक गेम-चेंजर साबित हुई. इसकी सबसे बड़ी ताकत इसकी गतिशीलता है. कंधे से दागे जाने के कारण इसे लगभग किसी भी स्थान से दागा जा सकता है, जिससे गतिशील युद्ध स्थितियों में लचीलापन और गति मिलती है. हाल ही में भारतीय सेना में शामिल किए गए आर्मडो लाइट स्पेशलिस्ट वाहनों का इस्तेमाल ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन की चौकियों और आने वाले वाहनों को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल लांचर से लैस, ये वाहन दुश्मन के कवच और बंकरों के खिलाफ हाई मोबिलिटी और विनाशकारी क्षमता प्रदान करते हैं. मोर्टार, जो लंबे समय से युद्ध के मैदान में मुख्य हथियार रहे हैं, एक बार फिर पाकिस्तान के संघर्ष विराम उल्लंघन का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण साबित हुए.
अप्रत्यक्ष गोलाबारी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इन हथियारों ने ऑपरेशन के दौरान दुश्मन की चौकियों को नष्ट करने और पाकिस्तानी गोलाबारी को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. क्वाड कॉप्टर ड्रोन ने निगरानी के लिए ऑपरेशन सिंदूर में अहम भूमिका निभाई. यह क्वाड कॉप्टर दिन और रात दोनों समय निगरानी करने में मदद करने वाले P2Z कैमरे से लैस है.
बता दें कि, भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था.