नई दिल्ली : पैरा शूटर मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरालंपिक में तीन पदक स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है। एक स्पर्धा में पदक जीतने के बाद अन्य दो स्पर्धाओं में भी उनसे पदक की उम्मीद बढ़ गई हैं।
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय पैरा एथलीट्स ने अपना खाता खोल दिया है। आज का दिन महिला शक्ति के नाम रहा। जहां पैरा एथलीट्स में पहला गोल्ड लाकर अवनी लेखरा ने इतिहास रच दिया तो वहीं मोना अग्रवाल और प्रीति पाल ने कांस्य पदक हासिल किया। पैरा शूटर मोना अग्रवाल ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में 228.7 का स्कोर बनाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया और भारत की झोली में कांस्य पदक पहुंचाया।
कौन है मोना अग्रवाल
पैरा शूटर मोना अग्रवाल ने पेरिस पैरालंपिक में तीन पदक स्पर्धाओं में हिस्सा लिया है। एक स्पर्धा में पदक जीतने के बाद अन्य दो स्पर्धाओं में भी उनसे पदक की उम्मीद बढ़ गई हैं।
बचपन से पोलियोग्रस्त हैं मोना अग्रवाल
मोना अग्रवाल की जीत का सफर इतना आसान नहीं था। पैरा ओलंपिक तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की। मोना का जन्म राजस्थान के सीकर जिले में हुआ। बचपन से ही पोलियो ग्रस्त होने के कारण वह चलने में असमर्थ थीं। वहीं एक लड़की होने के कारण रूढ़िवादी सोच का सामना भी करना पड़ा। मोना को पढ़ाई पूरी करने का भी मौका नहीं मिला। हालांकि दादी की प्रेरणा ने उन्हें खेल के लिए प्रोत्साहित किया और मोनी पैरा शूटर बनने का लक्ष्य लिए जयपुर आ गईं।
पैरा एथलीट्स बनने की राह
मोना ने पहले शॉटपुट, डिस्कस, जैवलिन थ्रो और पावर लिफ्टिंग में हाथ आजमाए। इन खेलों के जरिए वह राज्य स्तरीय टूर्नामेंट तक पहुंचीं। लेकिन व्हीलचेयर के जरिए मोना का शरीर एक एथलेटिक्स की कठोरता को झेलने में असमर्थ था। इसलिए उन्होंने पैरा शूटिंग पर पूरा ध्यान केंद्रित किया।
मोना अग्रवाल की उपलब्धियां
मोना ने 2023 में क्रोएशिया के ओसिजेक में WSPS विश्व कप में हिस्सा लिया और पहले ही प्रयास में कांस्य पदक हासिल किया। इसके साथ ही नई दिल्ली में आयोजित हुए डब्ल्यूएसपीएस विश्व कप 2024 में मोना अग्रवाल ने पैरा शूटिंग में स्वर्ण पदक जीता।