रायपुर, 14 दिसंबर 2025 — छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से स्व-सहायता समूहों के लिए नई सहायता योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस योजना को राज्यभर में लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार का कहना है कि इस पहल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा और उनके छोटे-छोटे व्यवसायों को मजबूती मिलेगी। योजना के तहत स्व-सहायता समूहों को आसान शर्तों पर ऋण, प्रशिक्षण और विपणन सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपने उत्पादों को बाजार तक बेहतर तरीके से पहुँचा सकें।सरकारी अधिकारियों के अनुसार, इस योजना में विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं, आदिवासी क्षेत्रों की महिलाओं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी। स्वयं सहायता समूहों को सिलाई-कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, डेयरी और कृषि आधारित गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के बिना राज्य का समग्र विकास संभव नहीं है और सरकार उन्हें हर स्तर पर सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।इसके साथ ही महिलाओं को डिजिटल लेन-देन, बैंकिंग और वित्तीय प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वे अपने व्यवसाय को पारदर्शी और टिकाऊ बना सकें। राज्य सरकार का मानना है कि इससे महिलाओं की आय बढ़ेगी और वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगी। कई जिलों में पहले से संचालित स्व-सहायता समूहों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और कहा है कि सरकारी सहयोग से उनके कार्य को नई पहचान मिलेगी।






