मध्यप्रदेश:- प्रेगनेंसी किसी महिला के लिए बेहद महत्वपूर्ण समय होता है. इस दौरान उनके शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. जिनमें हार्मोन्स की अहम भूमिका होती है. इस समय महिलाएं शारीरिक तौर पर कमजोर हो जाती हैं. इस वजह से उन्हें कई बीमारियों का रिस्क होता है. यही कारण है कि महिलाओं को प्रेगनेंसी में अपना विशेष ख्याल रखने को कहा जाता है. इससे मां और बच्चे दोनों की सेहत बेहतर बनी रहती है. आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में किन बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा रहता है…
जेस्टेशनल डायबिटीज
प्रेगनेंट महिलाओं के लिए डायबिटीज का जोखिम काफी ज्यादा होता है. प्रेगनेंसी में होने वाले मधुमेह को जेस्टेशनल डायबिटीज कहा जाता है. हाई ब्लड शुगर लेवल प्रेगनेंट महिला और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इससे बचने के लिए रेग्युलर चेकअप करवाएं. प्रेगनेंसी में अपनी डाइट का खास ख्याल रखें. इसके अलावा स्ट्रेस से बचने की कोशिश करें. नियमित तौर पर एक्सरसाइज करते रहें.
एनीमिया
खून की कमी, हीमोग्लोबिन की कमी या एनिमिया प्रेगनेंसी में होने वाली आम बीमारी है. प्रेगनेंसी में शरीर को बहुत ज्यादा खून की जरूरत होती है. जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून नहीं बनता तो एनिमिया की समस्या हो सकती है. यह खतरनाक बीमारी है, जो भविष्य में मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए सही नहीं माना जाता है.
थायरॉइड
प्रेगनेंट महिलाओं के लिए थायरॉइड का जोखिम भी काफी ज्यादा होता है. प्रेगनेंसी में थायरॉइड ग्लैंड बढ़ जाता है. जिससे हार्मोन्स का लेवल असंतुलित हो जाता है. इससे मां और बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है.
यूटीआई
प्रेगनेंसी में यूरीनरी ट्रैक्ट से जुड़ी प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं. गर्भाशय में संक्रमण प्रेगनेंट महिलाओं में आम है. इसमें इंटीमेट हाइजिन का ध्यान रखना चाहिए. किसी तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.




