अमरावती: वर्तमान में रैपिडो, ओला और उबर जैसी राइड-हेलिंग सर्विस मुख्य रूप से पुरुषों द्वारा संचालित हैं, जिससे कई महिलाएं उनका इस्तेमाल करने में झिझकती हैं. इस समस्या से निपटने के लिए, सरकार ने स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की महिलाओं को ई-बाइक और ई-ऑटो प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने का निर्णय लिया है, जिससे वे पेशेवर सवार के रूप में काम कर सकें.इसको लेकर आंध्र प्रदेश सरकार ने शहरी परिवहन में महिलाओं के रोजगार और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए रैपिडो के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इससे राज्य में महिलाओं को जल्द ही महिलाओं द्वारा संचालित ई-बाइक और ई-ऑटो की सुविधा मिलेगी.वर्तमान में, रैपिडो, ओला और उबर जैसी राइड-हेलिंग सर्विस मुख्य रूप से पुरुषों द्वारा संचालित हैं, जिससे कई महिलाएं इनका इस्तेमाल करने में झिझकती हैं.
इस समस्या को हल करने के लिए, सरकार ने स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की महिलाओं को ई-बाइक और ई-ऑटो प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने का निर्णय लिया है, जिससे वे पेशेवर सवार के रूप में काम कर सकें.महिलाओं को मिलेंगे वाहनइस पहल के तहत वैध ड्राइविंग लाइसेंस वाली महिलाओं को 1,000 ई-बाइक और ई-ऑटो वितरित किए जाएंगे. इनमें से विशाखापतट्टनम और विजयवाड़ा में 400 ई-बाइक और ई-ऑटो और राजमुंदरी, काकीनाडा, गुंटूर, नेल्लोर, तिरुपति और कुरनूल में सामूहिक रूप से 200 वाहन डिस्ट्रिब्यूट किए जाएंगे.
इसके अलावा महिलाओं को वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी. जानकारी के मुकाबिक सरकार महिलाओं को वाहन खरीदने के लिए मुद्रा और स्वरोजगार योजनाओं के तहत ऋण देगी.रैपिडो के साथ समझौतारिपोर्ट के मुताबिक रैपिडो के साथ हुए समझौता के तहत पहले तीन महीनों के लिए कोई प्लेटफॉर्म शुल्क नहीं लिया जाएगा. इसके बाद 1,000 रुपये मासिक शुल्क लागू होगा. एग्रीमेंट में कहा गया है कि रैपिडो प्रत्येक ड्राइवर को प्रति माह कम से कम 300 बुकिंग की गारंटी देगा.अधिकारियों का मानना है कि इस पहल से न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर बेहतर होंगे, बल्कि प्रमुख शहरों में महिला यात्रियों के लिए सुरक्षा और पहुच भी बढ़ेगी.
कर्नाटक में ‘पिंक रैपिडो’ बाइक सर्विस चलाने की घोषणाइससे पहले रैपिडो ने कर्नाटक में महिला यात्रियों के लिए विशेष रूप से महिलाओं द्वारा संचालित ‘पिंक रैपिडो’ के बाइक सेवा शुरू करने का ऐलान किया था, जहां इस पहल के इस साल के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है.रैपिडो के सह-संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने बेंगलुरु में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यह घोषणा करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य इस पहल के माध्यम से महिलाओं के लिए 25,000 रोजगार के अवसर पैदा करना है. अगर कोई महिला किसी अनजान ड्राइवर के साथ सुरक्षित यात्रा कर सकती है और बिना किसी डर के अपनी मंजिस तक पहुंच सकती है, तो यही हमारी सच्ची सफलता है.”