हैदराबाद: आज के समय में ज्यादातर लोग प्राइवेट सेक्टर में नौकरी कर रहे हैं. वे तरक्की और ज्यादा सैलरी के लिए समय-समय पर अपनी कंपनी बदलते रहते हैं. ऐसे में जहां नई ज्वाइनिंग होती है, वहां उनका नया पीएफ अकाउंट खोल दिया जाता है. इससे लोगों को कई तरह की समस्याएं भी झेलनी पड़ती है. इन सब दिक्कतों को दूर करने के लिए ईपीएफओ (Employee’s Provident Fund Organization) ने साल 2015 से सभी नौकरीशुदा लोगों को एक यूनिफाइड अकाउंट नंबर (Universal Account Number) अलॉट करना शुरू कर दिया. इससे यह सुविधा होगी कि ईपीएफओ मेंबर्स के सारे अकाउंट की जानकारी एक जगह मिल सकेगी.इस लेख के माध्यम से यहां जानेंगे कि कई पीएफ अकाउंट होने से क्या नुकसान हैं और इन सभी पुराने अकाउंट्स को किस तरह मर्ज किया जाए.
सबसे पहले जानते हैं कि कई पीएफ अकाउंट होने के नुकसानसभी ईपीएफओ मेंबर्स को एक UAN नंबर जारी किया गया है. इसमें सभी अकाउंट दिखाई देते हैं. अगर पीएफ अकाउंट अलग-अलग होंगे तो रिटायरमेंट के समय पेंशन मिलने में दिक्कत होगी. इससे बुढ़ापे में पेंशन के लिए तमाम तरह के पेपर वर्क के झंझटों से भी गुजरना पड़ेगा.ऐसे करें सभी पीएफ अकाउंट को एक में मर्जअगर किसी मेंबर के पास कई पीएफ अकाउंट हैं और वे इन्हें आपस में मर्ज कराना चाहते हैं तो UAN नंबर की सहायता से आप ऐसा कर सकते हैं. आइये जानते हैं.-सबसे पहले UAN से जुड़े सभी अकाउंट नंबर की जानकारी अपने पास रख लें.इसके लिए आपको EPFO की वेबसाइट https://www.epfindia.gov.in पर लॉगिन करना होगा.उसके बाद वहां ‘Service’ ऑप्शन पर जाकर ‘For Employees’ पर क्लिक करना होगा.
यहां ‘Member Passbook’ ऑप्शन पर क्लिक करें और अपना UAN नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें.यहां पर आपके सभी पीएफ खातों की लिस्ट सामने आ जाएगी.इसके बाद ऑनलाइन ट्रांसफर के लिए ‘One Member One EPF Account’ का उपयोग करना होगा. https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in पर लॉगिन करें.’Online Services’ ऑप्शन से ‘One Member One EPF Account’ पर क्लिक करें.इसके बाद सभी पुराने अकाउंट को लेटेस्ट अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए प्रॉसेस करें.ऐसा करते ही आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा. वेरिफिकेशन करने के बाद इसे सब्मिट कर दें.ऐसा करते ही आपकी रिक्वेस्ट नियोक्ता के पास चली जाएगी.
मंजूरी मिलने के बाद आपके सभी पुराने खातों का बैलेंस नए खातों में ट्रांसफर हो जाएगा.अब जानिए एक पीएफ अकाउंट के लाभ-नई कंपनी ज्वाइन करते ही पुरानी कंपनी का आपसे संबंध खत्म हो जाता है.पेपरवर्क भी कम हो जाते हैं.आपके अकाउंट में कितनी राशि है, इसका पता आसानी से चल जाता है.आपको समय-समय पर कितना ब्याज मिला है, वह भी पता चलेगा.ऐसा करने से पेंशन ट्रांसफर करने और निकालने में भी सुविधा होगी.यह भी जानेंसभी ईपीएफओ मेंबर्स को अपना UAN नंबर एक्टिव रखना चाहिए और समय-समय पर केवाईसी भी अपडेट करना चाहिए.पुराने खाते की सभी जानकारियां नए खातों से मेल खाएं. इसका ध्यान रखें.अगर किसी मेंबर को पुराने खातों को ऑनलाइन मर्ज करने में दिक्कत आ रही हो ते ईपीएफओ कार्यालय से भी संपर्क कर सकते हैं.इसके साथ-साथ ईपीएफओ हेल्पलाइन 1800118005 पर भी संपर्क कर सकते हैं.आपको यहां पर ‘Track Claim Status’ का भी ऑप्शन मिलता है. इससे आप क्लेम स्टेटस का भी पता लगा सकते हैं.