नई दिल्ली : खुशी जीवन को सुकून से बिताने के लिए भी जरूरी है और सेहत के लिए भी। जब आप प्रसन्न होते हैं तो आप सेहतमंद रहते हैं, साथ ही आसपास का माहौल भी खुशनुमा बना रहता है। हालांकि अब खुश रहना कुछ मुश्किल सा हो गया है। वक्त की कमी, दौड़ती भागती जिंदगी, थकान, चिंता समेत कई कारणों से लोग खुश नहीं रह पाते, जो कई समस्याओं का कारण बन सकती है। खुशियों के महत्व को समझते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 जुलाई 2012 को प्रसन्नता दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का संकल्प लिया। बाद में 20 मार्च 2013 से इंटरनेशनल डे ऑफ़ हैप्पीनेस की शुरुआत हुई। इस दिन लोगों को खुश रहने के महत्व के बारे में बताया जाता है। साथ ही खुश रहने के तरीके या उपाय भी समझाएं जाते हैं, ताकि व्यक्ति अपने लक्ष्यों को प्राप्ति में सुकून महसूस कर सके और स्वस्थ जीवन बिता सके। अगर आप भी सुकून और खुशी की तलाश में हैं तो कुछ उपायों को अपनाकर प्रसन्न रह सकते हैं।
अपनों से करें संवाद
व्यस्त जीवनशैली आपको परिवार, करीबियों और दोस्तों से दूर करती है। बिजी लाइफ के कारण लोगों के पास एक दूसरे के लिए वक्त नहीं होता। वो समय याद कीजिए जब आप बच्चे थे, अपने दोस्तों और परिवार के बीच आप खुश रहते थे। उसी खुशी को वापस चाहते हैं तो करीबियों और दोस्तों के लिए वक्त निकालें। बिजी जीवनशैली में थोड़ा सा समय निकालकर अपनों से बात करें। बात करने से दूरी कम होती है और चिंता व अवसाद की स्थिति से भी राहत मिलती है। खुश रहने का यह एक अच्छा तरीका हो सकता है।
हर काम को एन्जॉय करें
लोग एंजॉय करने के लिए सही समय, सही तरीके के इंतजार में अपना सारा वक्त निकाल देते हैं। भागदौड़ भरी लाइफ में आपके पास वक्त नहीं होता, तो आप मजे करने के लिए छुट्टियों का इंतजार करते हैं। आपको लगता है कि सिर्फ छुट्टियां या खाली वक्त ही आपको खुश रख सकता है तो यह गलत है। अपने रोजमर्रा के जीवन में छोटी-छोटी चीजों में खुशियां तलाशें। जैसे सुबह परिवार, पार्टनर या दोस्तों के साथ सैर पर जाना, किसी स्पोर्ट्स या मूवी को देखना, लजीज खाने का स्वाद लेकर उसमें खुश होना। डांस करना या अपने ऑफिस के काम में खुशी तलाशना।
योग व व्यायाम
चिंता और अवसाद की स्थिति में भी व्यक्ति खुशियों से दूर होने लगता है। योग, ध्यान व व्यायाम स्ट्रेस फ्री रहने का एक बेहतरीन तरीका है। इससे शरीर शेप में रहता है और मन व मस्तिष्क शांत रहता है। ऐसी एक्सरसाइज का चयन कर सकते हैं, जिसे करने में आनंद आए।
सफर पर जाएं
बिजी जीवन में कुछ वक़्त खुद के लिए निकालेंगे तो खुशी को महसूस कर पाएंगे। दो-तीन दिन का वक्त निकालकर कहीं सफर पर जा सकते हैं। दोस्तों, परिवार या फिर सोलो ट्रेवलिंग भी आपका मूड फ्रेश कर देगा। रोजाना की थकान, जीवन की फ्रिक से अलग कुछ वक्त सुकून का देगा। अगर सफर के लिए समय और पैसा नहीं है तो कभी किसी पार्क, मंदिर, रेस्तरां में भी जा सकते हैं, जहां आप खुद के लिए कुछ वक्त निकाल पाएंगे।
कुछ नया सीखें
कई बार रोजाना की लाइफस्टाइल लोगों को बोरियत महसूस कराती है। जीवन में बोरियत आने पर आपकी मनपसंद चीज या काम भी खुशी का अहसास नहीं कराता। इसलिए अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। कुछ नया सीखने की ललक रखें। किसी भी उम्र में हो कुछ नया सीखने की चाह आपको खुशी का अहसास कराएगी। आप डांस क्लास, कुकिंग क्लास, पेंटिंग या अन्य किसी एक्टिविटी में शामिल होकर स्ट्रेस भी कम कर सकते हैं और जीवन में उत्सुकता बरकरार रख सकते हैं।






