रायपुर: राष्ट्रीय सुपरक्रॉस और अंतरराष्ट्रीय फ्री-स्टाइल बाइक चैंपियनशिप के रोमांच में रायपुर शहर डूबा नजर आएगा. जहां देश-विदेश के 110 बाइकर्स अपनी कला, साहस और रफ्तार का प्रदर्शन करेंगे. “सेफ रेसिंग, सेफ राइडिंग” की थीम पर आधारित यह देश की सबसे बड़ी बाइक रेसिंग प्रतियोगिता बताई जा रही है.
बाइकर्स की रफ्तार और रोमांच का संगम: बूढ़ापारा स्टेडियम में सुपरक्रॉस के इस आयोजन के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही हैं. स्टेडियम के भीतर ऊंचे-ऊंचे मिट्टी के टीले बनाए जा रहे हैं, जिन पर राइडर्स 20 फीट तक की छलांग लगाएंगे. यहां रफ्तार, स्टंट और बैलेंस का ऐसा संगम दिखेगा जिसे देखकर दर्शकों की सांसें थम जाएंगी.
छत्तीसगढ़ मोटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उज्जवल दीपक ने बताया कि यह आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के तत्वावधान में किया जा रहा है. उन्होंने कहा “यह देश की सबसे बड़ी बाइक रेसिंग प्रतियोगिता है. इसमें करीब 20 से 30 हजार दर्शकों के आने की उम्मीद है. 110 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं और विदेशी बाइकर्स फ्री-स्टाइल स्टंट का प्रदर्शन करेंगे, जहां बाइक हवा में उड़ती नजर आएगी.”
बाइक रेसिंग चैंपियनशिप रायपुर (ETV Bharat Chhattisgarh)
सुरक्षा और ट्रैक की तैयारी पर विशेष ध्यान: इस आयोजन की खास बात यह है कि यह ‘सेफ रेसिंग, सेफ राइडिंग’ की थीम पर आधारित है. उज्जवल दीपक ने बताया कि फेडरेशन के मापदंडों के अनुसार ट्रैक तैयार किया गया है. करीब 400 ट्रक मिट्टी से यह ट्रैक बनाया गया है, जिसे ‘बम्स’ कहा जाता है. रेसिंग के बाद स्टेडियम को फिर से समतल कर दिया जाएगा. एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि आयोजन पूरी तरह सुरक्षित है, हर राइडर की बाइक और बॉडी गियर की जांच की जाती है. हेलमेट, चेस्ट गार्ड, ग्लव्स, शूज और अन्य प्रोटेक्टिव गियर अनिवार्य हैं ताकि कोई हादसा न हो.
महाराष्ट्र से आए युवा राइडर जिनेंद्र सांगवे की कहानी: इस चैंपियनशिप में महाराष्ट्र से आए जिनेन्द्र सांगवे नाम के 16 वर्षीय राइडर भी भाग ले रहे हैं, जिन्होंने अपनी बाइकिंग जर्नी की शुरुआत 7 साल की उम्र में की थी. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया —”जब मैं 12 साल का था, तब पहली बार रायपुर आया था और 85cc बाइक लेकर 250cc राइडर्स के साथ रेस की थी. उस वक्त मैंने रेस जीती थी और रायपुर की जनता ने हमें खूब प्यार दिया. अब एक बार फिर रायपुर आने का मौका मिला है, और इस बार मैं जूनियर से सीनियर कैटेगरी में हिस्सा ले रहा हूं.”
जिनेन्द्र ने बताया कि वे अब तक 120 फीट का जंप ले चुके हैं, और रायपुर का ट्रैक देश के बेहतरीन ट्रैक्स में से एक है. उन्होंने कहा —”यहां की पब्लिक हमें बहुत सपोर्ट करती है. सबसे बड़ी बात यह है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री खुद बाइक चलाते हैं और इस आयोजन में रुचि दिखा रहे हैं, यह हम राइडर्स के लिए गर्व की बात है.”
बाइक और तकनीकी तैयारी पर राइडर्स का ध्यान: जिनेन्द्र सांगवे ने बताया कि स्टंट दिखाने से पहले कई स्तर की तैयारी की जाती है. उन्होंने कहा —”हम कंपनी से बाइक लेते हैं, लेकिन उसे अपनी सुविधा के अनुसार मॉडिफाई करते हैं. कई पार्ट्स बदले जाते हैं, कुछ बाहर से मंगवाए जाते हैं. प्रतियोगिता से पहले बाइक और बॉडी दोनों का फिजिकल चेकअप होता है, तभी हमें रेस में उतरने की अनुमति मिलती है.” उन्होंने आगे कहा कि सुपरक्रॉस में हर सेकंड मायने रखता है, इसलिए फिजिकल फिटनेस, बैलेंस और तकनीक पर लगातार मेहनत करनी होती है.
राजधानी में स्पीड, स्किल और स्टंट का संगम: रायपुर में आयोजित यह सुपरक्रॉस और फ्री-स्टाइल चैंपियनशिप न सिर्फ खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण है, बल्कि यह युवाओं में सुरक्षित बाइकिंग और मोटर स्पोर्ट्स के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी. हवा में उड़ती बाइक्स, मिट्टी से उड़ता धूल का गुबार, और इंजनों की गर्जना — राजधानी के आसमान को रफ्तार के रंग में रंगने को तैयार हैं.






