नई दिल्ली:– प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ कथित अभद्र भाषा के इस्तेमाल के विरोध में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों की महिला शाखा ने चार सितंबर को पांच घंटे के लिए बिहार बंद का आह्वान किया है। यह बंद बृहस्पतिवार सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा।
इस संबंध में मंगलवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित, राजग घटक दलों के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि राजग के सभी नेता ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान दरभंगा में राजद और कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ अभद्र शब्दों के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा, यह सिर्फ मोदी की मां का नहीं बल्कि देश की हर मां का अपमान है। उन्होंने बताया कि महिला शाखा द्वारा आहूत बंद में आम जनता को कम से कम असुविधा हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आपातकालीन सेवाओं को बंद से पूरी तरह मुक्त रखा जाएगा।
गौरतलब है कि बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां पर अभद्र टिप्पणी की गई थी। यह घटना अगस्त 2025 के अंतिम सप्ताह में हुई, जिसके बाद बिहार पुलिस ने कथित आरोपी 20 वर्षीय रियाज को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं में मामला दर्ज हुआ। कार्यक्रम में नारेबाजी से जुड़े अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा है कि जांच पूरी कर जल्द ही चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी। मुख्यमंत्री नितिश कुमार और गृहमंत्री अमित शाह ने भी इसकी निंदा की।
बिहार “बंद” का आह्वान किसने किया है?
बिहार बंद का आह्वान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों की महिला शाखा ने किया है
बंद का मुख्य कारण क्या है?
बंद का मुख्य कारण ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां के खिलाफ इस्तेमाल की गई अभद्र भाषा का विरोध है.
बंद कब से कब तक रहेगा?
यह बंद 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा
क्या आपातकालीन सेवाओं पर भी बंद लागू होगा?
नहीं, आपातकालीन सेवाओं को बंद से पूरी तरह मुक्त रखा गया है.
राजग के नेताओं ने इस टिप्पणी को कैसे देखा है?
राजग के नेताओं ने इस टिप्पणी को प्रधानमंत्री की मां के साथ-साथ ‘देश की हर मां का अपमान’ बताया है.