नई दिल्ली : देश में जितनी भी सरकारी योजनाएं चल रही हैं, लगभग सभी के अंतर्गत अलग-अलग तरीके से लाभ मिलते हैं। साथ ही इन योजनाओं के जरिए अलग-अलग वर्गों को जोड़े जाने का प्रयास किया जाता है। वहीं, इन योजनाओं की पात्रता भी अलग-अलग ही होती है। इसी कड़ी में एक योजना है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना। इस योजना को बीते सितंबर माह में केंद्र सरकार ने शुरू किया, जिसके अंतर्गत 18 पारंपरिक व्यापारों को जोड़ा गया है। ऐसे में अगर आप भी इस योजना से जुड़ते हैं, तो आपको भी कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। बशर्ते आप योजना के लिए पात्र हों। तो चलिए जानते हैं इस योजना के अंतर्गत क्या-क्या लाभ मिलते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
पहले पात्रता जान लें:-
अगर आप राजमिस्त्री है
जो नाव निर्माता हैं
अगर आप ताला बनाने वाले हैं
पत्थर तराशने वाले हैं
पत्थर तोड़ने वाले हैं
हथौड़ा और टूलकिट निर्माता हैं
मोची/जूता बनाने वाले कारीगर हैं
फिशिंग नेट निर्माता हैं
जो लोग सुनार हैं
जो लोग लोहार का काम करते हैं
अगर आप मूर्तिकार हैं
जो लोग टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले हैं
जो अस्त्रकार हैं
गुड़िया और खिलौना निर्माता हैं
नाई यानी बाल काटने वाले हैं
जो मालाकार हैं
जो धोबी है
जो दर्जी है आदि।
लाभार्थियों को ये लाभ मिलते हैं:-
योजना से जुड़ने के बाद लाभार्थियों को कुछ दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है और इसके लिए 500 रुपये का रोजाना स्टाइपैंड देने का प्रावधान
टूलिकट खरीदने के लिए 15 हजार रुपये
बिना गारंटी और सस्ती ब्याज दर पर पहले एक लाख रुपये और फिर अतिरिक्त दो लाख रुपये के लोन की सुविधा।






