नई दिल्ली : अगर आप भी भारत के नागरिक हैं तो जाहिर है कि आपके पास आधार कार्ड तो जरूर होगा? दरअसल, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानी यूआईडीएआई द्वारा भारत के प्रत्येक नागरिक को ये कार्ड जारी किया जाता है, जो आपका पहचान पत्र होता है। आधार कार्ड में कार्डधारक की बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारियां होती हैं, लेकिन कई बार देखने में आता है कि लोगों के आधार कार्ड में गलतियां प्रिंट हो जाती हैं जिन्हें वे ठीक करवाते हैं। आपने इस दौरान सुना होगा कि आपको जब भी आधार में कोई बदलाव करना है तो आपको करेक्शन फॉर्म भरना होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं ये फॉर्म होता क्या है? शायद नहीं, तो चलिए जानते हैं इस फॉर्म के बारे में। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
क्या होता है करेक्शन फॉर्म?
दरअसल, आधार कार्ड में जब भी कोई दिक्कत होती है यानी आपको इसमें कोई बदलाव करवाना होता है, तो आपको इसके लिए आधार केंद्र जाना होता है। हालांकि, कई काम ऑनलाइन भी हो जाते हैं, लेकिन जब आप आधार केंद्र जाते हैं तो आपको किसी भी काम को करवाने के लिए फॉर्म भरना होता है जिसे करेक्शन फॉर्म कहते हैं।
इस करेक्शन फॉर्म में आपको अपना नाम, आधार नंबर और वो चीज भरनी होती है जो आपको अपने आधार कार्ड में सही करवानी है या अपडेट करवानी है। जैसे- अगर आपको मोबाइल नंबर अपडेट करवाना है तो आपको इस फॉर्म में वो मोबाइल नंबर लिखना होता है और उसके बारे में बताना होता है।
किन कामों के लिए होता है जरूरी?
अगर उन चीजों की बात करें जिनके लिए आपको करेक्शन फॉर्म भरना होता है, तो इसमें ये चीजें शामिल होती हैं…
नाम अपडेट करवाने के लिए
पता अपडेट करवाने के लिए
बायोमेट्रिक अपडेट करवाने के लिए
मोबाइल नंबर बदलवाने के लिए
फोटो बदलवाने के लिए आदि।
केंद्र से मिलता है फॉर्म
अगर आपको अपने आधार कार्ड में किसी भी तरह का बदलाव करवाना होता है तो इसके लिए आप आधार सेवा केंद्र जा सकते हैं। इसके लिए आपको पहले अपॉइंटमेंट लेनी होती है और फिर आपको करेक्शन फॉर्म लेना होता है जो आपको आधार केंद्र से ही मिलता है। फॉर्म को भरकर संबंधित अधिकारी को जमा करवाकर आप अपना काम करवा सकते हैं।