*मध्यप्रदेश:-* शनिवार को व्रत रखने वालों पर शनि के दुष्प्रभाव का असर कम हो जाता है. साढ़ेसाती और ढैय्या में आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से संकट नहीं झेलना पड़ता.शनिवार को व्रत रखने वालों पर शनि के दुष्प्रभाव का असर कम हो जाता है. साढ़ेसाती और ढैय्या में आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से संकट नहीं झेलना पड़ता.शनि पीड़ा की शांति के लिए शनिवार के दिन शनि के मंत्र, महामृत्युंजय का जाप औकरना चाहिए. शनि की पूजा संध्या काल में ही करें, तभी पूजा-व्रत फलित होता है.शमी के पौधे में शनि देव वास करते हैं. शनिवार के दिन इस पेड़ की पूजा करना, इसे घर में लगाना सुभ माना जाता है. इससे नकारात्मकता दूर होती है, लक्ष्मी घर आती हैं.शनिवार के दिन मांस, मदिरा, मसूर की दाल का सेवन भूलकर भी न करें, इससे जीवन कष्टों से घिर जाता है. शनि उन लोगों से नाराज होते हैं जो सफाईकर्मी, बुजुर्ग, ईश्वर, पशु-पक्षियो का अपमान करते हैं, उन्हें सताते हैं. ऐसे में भूल से भी ये कार्य न करें।